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उदय से मिलेगी निर्बाध बिजली

धौलपुर। विद्युत छीजत कम करने और फीडरों में मरम्मत कार्य कर उपभोक्ता को उच्च क्वालिटी की बिजली नियमित उपलब्ध करवाने के लिए उदय प्रोजेक्ट राज्य के चुने हुए कुछ फीडरों पर चलाया जा रहा है। इसकी जिला स्तरीय समिति की बैठक शुक्रवार को समिति की अध्यक्ष जिला कलेक्टर शुचि त्यागी की अध्यक्षता में होगी।

जिला कलेक्टर ने बताया कि उदय योजना से बिजली की आपूर्ति में आमूलचूल परिवर्तन होगा। पहले चरण में जिले के चुने हुए 30 फीडरों से सम्बन्धित क्षेत्र में यह योजना चलाई जा रही है।

9 मई, 2016 को व मुख्यमंत्री सुन्धरा राजे राजस्व लोक अदालत शिविर का औचक निरीक्षण करने अजमेर जिले की बिठूर ग्राम पंचायत मुख्यालय पहुंची। यहॉं जनसुनवाई में भीमपुरा फीडर से जुडे ग्रामीणों ने बिजली कटौती की समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराया।

उस फीडर पर बिजली छीजत 47 प्रतिशत होने के कारण कटौती हो रही थी। मुख्यमंत्राी जी ने ग्रामीणों को बताया कि नियमित आपूर्ति होगी,फाल्ट भी नहीं होने देंगे। बदले में आपको छीजत कम करने में मदद करनी होगी। ग्रामीण मान गये और छीजत घटाकर 20 प्रतिशत तक लाने के लिए सहमत हो गये। मुख्यमंत्री ने नियमित आपूर्ति के निर्देश दिए । साथ ही ढांचागत सुधार और जनसहयोग से छीजत कम करने के लिए कार्य योजना तैयार करने के निर्देश अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों को दिए। 25 मई से 8 जून के बीच छीजत 27 प्रतिशत रह गई जो सितम्बर में 20 प्रतिशत से भी कम हो गई। ग्रामीणों को 24 घण्टे घरेलू बिजली मिल रही है। फाल्ट, वोल्टेज की समस्या बिल्कुल हल हो गई है।

आमजन को 24 घण्टे उच्च गुणवत्ता (बिना ट्रिपिंग, बिना फाल्ट, उपयुक्त वोल्टेज के साथ) की बिजली सप्लाई करने के लिए राजस्थान सरकार, राज्य की डिसकॉम्स और भारत सरकार के बीच उज्ज्वल डिस्कॉम एश्योरेन्स योजना(उदय) के बारे में त्रिपक्षीय समझौता हुआ। निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए डिस्काम्स की कार्य क्षमता और वित्तीय हालत सुधारना जरूरी है।
बिजली चोरी रूक जाये या कम हो जाये, लोग समय पर बिल जमा करवाये, पारेषण तंत्र में सुधार हो जिससे बिना चोरी वाली छीजत भी रूके।
राज्य और केन्द्र सरकार आधारभूत ढांचा सुधार में फण्डिंग करेंगी, बिजली चोरी रोकने से अर्जित आय विद्युत तंत्र के सुधार और 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति करने में व्यय करेंगे।
धौलपुर जिले में छीजत 56.66 प्रतिशत है जो पूरे राज्य में सबसे ज्यादा है। इसे 2018-19 तक 15 प्रतिशत तक करने का लक्ष्य है।
सरकार और बिजली कम्पनी क्या करेगी उदय में-ढीले तारों को कसना, झुके हुए पोल को ठीक करना, दो पोल जिनके बीच मानक से ज्यादा दूरी है, के बीच अतिरिक्त पोल लगाना, सिंगल फेज ट्रांसफॉर्मर की अर्थिंग, सभी प्रकार के ट्रांसफॉर्मर का पुन: संधारण, पुरानी ए बी केबल को बदलना, सिंगल फेज डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफॉर्मर की क्षमता बढाना, 33 केवी सब स्टेशन के पास के गांव में थ्री फेज विद्युत तंत्रा स्थापित करना, ए बी केबल को टाइट करना, केबल ज्वाइन्ट को सही करना, तारों के बीच इन्सुलेटेड कनेक्टर लगाना, खराब मीटर बदलना, ग्रिड सब स्टेशनों तथा विद्युत लाइनों का नवीनीकरण, सुदृढीकरण , रखरखाव, जिन घरों में बिजली कनेक्शन नहीं हैं, उन्हें शिविर लगाकर जल्द से जल्द कनेक्शन देना।
आमजन की भूमिका-ग्राम पंचायत की बैठक और रात्रि चौपाल में बिजली चोरी न करने,समय पर बिल जमा कराने, बिजली चोरी करने वालों की सरपंच और अधिकारियों को शिकायत करने, विद्युत सम्बन्धी समस्या से अधिकारियों को तत्काल अवगत कराने, किसी भी वैध या अवैध कार्य के लिए रिश्वत न देने ,मीटर से छेडछाड न करने की शपथ लेना, बिजली चोरी और दुरूपयोग रोकने के लिए महिला कार्यकर्ता और जनप्रतिनिधियों द्वारा विशेष प्रयास, ग्रामीणों में से चुने गये उर्जा मित्रों द्वारा निगरानी और जनजागृति, अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ नियमित बैठक कर सुझाव और नवाचार बताना, उर्जा के गैर पारम्परिक स्रोतों की ओर कदम बढाना।

जिला कलेक्टर योजना का संचालन और निरीक्षण करेंगी । सभी जनप्रतिनिधियों और अन्य विभागों का सहयोग लिया जायेगा।
प्रथम चरण के फीडरों में जिले के ओंडेला, कौलारी, मूसलपुर, मानपुर, चितौरा, सरानी खेडा, निधौरा कला, महूरी, मरैना, हथवारी, शेखपुर, खेरली, चीलपुरा-।, मछरिया, माता रैना वाली, थाना दिहौली, बाडी, नाहिला, बसई, घड़ीकरीलपुर, पंजाबीपुरा, सहेडी, सन्तनगर, चांदपुरा, पवैनी, सरमथुरा, बसेडी, जारगा, ममोधन-। और पिपरौन फीडरों को शामिल किया गया है।

Updated : 4 Nov 2016 12:00 AM GMT
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