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कैदी सीख रहे 'आर्ट आॅफ लिविंग', कहा-'सजा नहीं काट रहे, सुधर रहे'

कैदी सीख रहे आर्ट आॅफ लिविंग, कहा-सजा नहीं काट रहे, सुधर रहे
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इंदौर। सेंट्रल जेल में विभिन्न अपराधों में सजा काट रहे कैदियों के लिए जेल प्रशासन ने 'आर्ट आॅफ लिविंग' का कोर्स शुरू किया है। 6 दिवसीय कोर्स में पहले दिन ही 137 कैदी शामिल हुए हैं। जेल प्रशासन अपने स्टॉफ के लिए भी यह कोर्स आयोजित करेगा।

बेंगलुरु इकाई द्वारा आर्ट आॅफ लिविंग का कोर्स देश भर की सेंट्रल और जिला जेलों में कैदियों के लिए शुरू किया गया है। मध्यप्रदेश में इसकी शुरूआत भोपाल के सेंट्रल जेल से की गई थी, जिसमें बड़ी संख्या में कैदियों ने भाग लिया था। दूसरे चरण की शुरूआत इंदौर के सेंट्रल जेल से की गई है। कैदियों को जीवन जीने की कला सिखाने के लिए आर्ट आॅफ लिविंग का कोर्स कराया जा रहा है।

आ रहे सकारात्मक परिणाम

जेल अधीक्षक रमेश चन्द्र आर्य ने बताया कि एक सप्ताह का कोर्स शुरू किया है, आर्ट आॅफ लिविंग के प्रशिक्षणकर्ता ढाई घंटे का प्रशिक्षण दे रहे हैं। कैदियों में इसका प्रभाव पड़ रहा हैं, सकारात्मक ऊर्जा महसूस कर रहें हैं, स्वास्थ लाभ भी हो रहा है। हमारी जेल का उद्देश्य से सुधारात्मक सेवा भी है, काउंसलिंग के साथ इस तरह के कोर्स सभी जेलों में संचालित होगें तो सकारात्मक परिणाम सामने आएंगे।

Updated : 8 Nov 2017 12:00 AM GMT
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