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भारतीय संस्कृति और शादी की परंपरा को देख मुग्ध हुए जर्मन छात्र

भारतीय संस्कृति और शादी की परंपरा को देख मुग्ध हुए जर्मन छात्र
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-नवीन सविता

जर्मनी से मित्र की शादी में आए जर्मन छात्र-छात्रा भारतीय संस्कृति, शादी की परंपरा और भारतीय रीति रिवाज को देखकर काफी प्रभावित हुए। ग्वालियर में सौ. कां. राधिका इंदापुरकर एवं चि. शुभंकर गद्रे के वैवाहिक समारोह में जर्मनी से आए जोर्न एवं कायरा ने भारतीय परिवेश और शादी के सामाजिक रीति रिवाज की बेहद प्रशंसा की। जर्मन छात्र जोर्न एवं कायरा जर्मनी में शुभंकर के साथ ही पढ़Þते हैं। जोर्न जर्मनी के एसन शहर में स्थित यूनिवर्सिटी में मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग में रिसर्च स्कॉलर हैं वहीं कायरा दुईसबर्ग यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री से पीएचडी कर रही हैं।

जर्मन छात्र जोर्न एवं कायरा ने बताया कि शुभंकर मेरे मित्र हैं और उन्होंने अपनी शादी के बारे में बताकर शादी समारोह में चलने को कहा तो हम दोनों को बेहद खुशी हुई, क्योंकि हम जर्मन रीति-रिवाज से हटकर भारतीय संस्कृति और यहां की शादी की परंपरा में शामिल होने और देखने को आतुर थे। हमने सुन रखा था कि भारतीय संस्कृति और परंपरा बेमिसाल है।

यही जानने के लिए हम दोनों ने जर्मनी से ग्वालियर तक का सफर तय किया। पहले गोवा पहुंचे फिर दिल्ली से आगरा आए। आगरा में ताजमहल देखने के बाद ग्वालियर की इस भव्य शादी समारोह को देख मन प्रसन्न हो गया। जोर्न और कायरा ने बताया कि भारतीय संस्कृति, परंपरा और रीति-रिवाज अन्य देशों की अपेक्षा भिन्न है। यहां शादी के बाद दो परिवारों का मिलन रिश्तों को खुशहाल बनाता है और आपस में जुड़ाव महसूस होता है। खुशहाल रिश्ते बनना एक अनुकरणीय बात है। अपने अनुभवों में जोर्न और कायरा ने कहा कि इस शादी में सम्मिलित होना हमारे लिए यादगार लम्हा है जिसको हम कभी नहीं भूल पायेंगे। वास्तव में जिस तरह से भारतीय शादियाँ होती है जिसमें बच्चों से लेकर ओल्ड एज के सभी लोगों को सम्मिलित करने का ध्यान रखा जाता है। यह बहुत ही अतुलनीय है। हमको आगे जब भी मौका मिलेगा हम भारत में आते रहेंगे।

आगरा की साड़ी और गोवा का कुर्ता

खरीददारी करते वक्त इन जर्मन छात्रों ने देखा कि यहा मोलभाव भी होता है तो उन्होंने बाजार में मोलभाव करना जरूरी समझा, उन्होंने कहा हमने यहां आकर कुछ वस्तु खरीदने के दौरान मोलभाव करना सीखा है। इसका उपयोग हरबार खरीददारी के दौरान करते हैं। कायरा ने आगरा से शादी के लिए साड़ी खरीदी वहीं जोर्न ने गोवा से कुर्ता-पायजामा खरीदे और भारतीय वेश भूषा में ही शादी समारोह में उपस्थित रहे।

बारात में जमकर किया डान्स

जोर्न व कायरा ने बताया कि विदेशी लोगों को भारतीय संस्कृति से काफी लगाव है, यह किसी से छिपा नहीं है। हां अगर बात की जाए डान्स की तो उनको उससे काफी प्यार हैं। भारत में आकर वे हर वह चीज करते हैं जो भारतीय संस्कृति का हिस्सा होता है। कायरा और जोर्न ने पहली बार बारात में दूल्हे के सामने साथियों के साथ जमकर डान्स किया। उन्होंने बताया की यह बिल्कुल नया अनुभव है। अलग- अलग हिंदी गानों पर डान्स करना अपने आप में कठिन है लेकिन रोमांचकारी है। जर्मन छात्रा कायरा ने डान्स करके सभी का दिल जीत लिया।

Updated : 13 Dec 2017 12:00 AM GMT
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