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विकास के लिए अभूतपूर्व जन समर्थन- नरेन्द्र मोदी

विकास के लिए अभूतपूर्व जन समर्थन- नरेन्द्र मोदी
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को आए चुनाव परिणामों को विकास की जीत बताया। उन्होंने एक नया नारा भी दिया-जीतेगा भाई जीतेगा, विकास ही जीतेगा। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत के बाद भाजपा मुख्यालय पर आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित करते हुए नरेन्द्र मोदी ने कहा कि गुजरात की जीत अभूतपूर्व जीत है। यह अभूतपूर्व इस मायने में है कि वहां पार्टी 89 के बाद कोई चुनाव नहीं हारी है। आज की जीत राजनीतिक विश्लेषकों के लिए आश्चर्य का विषय है, पूरी दुनिया के लिए एक बड़ी विश्लेषण करने वाला विषय है।

प्रधानमंत्री ने गुजरात और हिमाचल प्रदेश में जीत का श्रेय वहां की जनता के साथ पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को तो दिया ही, लेकिन उनका फोकस विकास पर ही रहा। उल्लेखनीय यह भी है कि गुजरात चुनाव के दौरान कांग्रेस ने ‘विकास पागल हो गया है’, जैसा नारा उछाला था। प्रधानमंत्री ने आज उसका जवाब दिया और कहा कि विकास के दावे पर आप सवाल उठा सकते हैं लेकिन विकास शब्द का मजाक उड़ाना किसी को शोभा नहीं देता है। विकास को पटरी से उतारना न तो देश के हित में है और न ही देश की जनता के हित में है।प्रधानमंत्री ने हिमाचल प्रदेश की जनता का अभिनंदन करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश के नतीजे सबूत हैं कि जो विकास नहीं करते और गलत कामों में उलझे रहते हैं उन्हें पांच साल बाद जनता सत्ता से बेदखल कर देती है। वहां की जनता ने विकास के लिए वोट किया है।

गुजरात के चुनाव परिणामों को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने लिए दोहरी खुशी देने वाला बताया। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भाजपा के इतिहास में यह विजय अभूतपूर्व है। आज के माहौल में पांच साल बाद अगला चुनाव जीतना बड़ी बात माना जाता है। उसका विश्लेषण किया जाता है, उस पर संपादकीय लिखे जाते है । ऐसे में गुजरात एक अपवाद है। 89 के बाद से भाजपा गुजरात में 12 चुनाव जीत चुकी है। 95 में अकेले चुनाव लड़ी और 121 सीट पर दो तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाई। उसके बाद से भाजपा ने वहां होने वाला हर लोकसभा, हर विधानसभा और स्थानीय निकाय तक के चुनाव जीते। यह सिर्फ विकास के मुद्दे पर लड़े गए और जीते । यह देश की राजनीति को नई दिशा दिखाने वाला मार्ग है। लेकिन इस चुनाव में एक बार फिर विकास के मुकाबले जातिवाद को उभारने की कोशिश की गई, जिसे गुजरात की जनता ने नकार दिया।

नरेन्द्र मोदी ने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की मेहनत और कुशल रणनीति को जीत का आधार बताने के साथ ही गुजरात के वर्तमान नेतृत्व की भी सराहना की कि उन्होंने विकास के उस काम को आगे बढ़ाया जिसे वे चलता छोड़कर साढ़े तीन साल पहले दिल्ली आ गए थे। श्री मोदी ने कहा कि उस राज्य का मुखिया न रहेने और उनकी तुलना नए नेतृत्व से करने के बावजूद राज्य की जनता ने आखिरकार विकास को ही चुना। नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के नागरिकों से अपील की कि वे दोबारा जातिवाद के झांसे में न आएं। मोदी ने कहा कि, ‘30 साल पहले जातिवाद का जो जहर गुजरात में बह रहा था, उस जहर को निकालते-निकालते मेरे जैसे सैकड़ों कार्यकर्ताओं बहुत परिश्रम करना पड़ा। तब जाकर उस जहर से मुक्ति मिली। लेकिन सत्ता की भूख के चलते इस चुनाव में कुछ लोगों ने फिर से एक बार जातिवाद के बीज बोने के प्रयास किए, जिसे गुजरात की जनता ने नकार दिया है, इसके लिए जनता अभिनंदन की पात्र है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भले जनता ने जातिवाद को नकार दिया है, पर ऐसा करने वाले अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे, इसले गुजरात की जनता को पहले से ज्यादा जागरुक होना होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गुजरात का दिया ही मंत्र है-सबका साथ सबका विकास। उसी आधार पर मिली विजय के बाद भी मैं यह कहने का साहस कर रहा हूं कि साढ़े छह करोड़ गुजराती एक हैं, नेक हैं, आगे बढ़ने का विश्वास लेकर चलने वाले हैं। उनसे मैं अपील करता हूं कि चुनावों के दौरान जो हुआ उसे भूल जाओ, जिसने किया उसे भूल जाओ, हर किसी को गले लगाओ, एक भी गुजराती हमसे अलग नहीं हो सकता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक बार फिर गुजरात चुनावों में षड्यंत्र रचे जाने की बात कही। मोदी ने कहा कि सामने तो कांग्रेस ही दिखाई देती थी पर उसके पीछे बहुत सारी ताकतें छिपी थीं, षड्यंत्र रचे जा रहे थे, सबकी कोशिश यही थी कि एक बार तो इन्हें गुजरात में हरा दो। पर गुजरात ने सारे षड्यंत्र को विफल कर दिया, इसलिए गुजरात की जनता का हृदय से अभिनंदन।

प्रधानमंत्री ने विपक्ष को नसीहत देते हुए कहा कि आपको भाजपा पसंद हो या नापसंद हो, लेकिन देश को विकास के रास्ते से हटाने की हरकतें न करें। भाजपा के हारने पर जश्न मनाएं लेकिन विकास के रास्ते का रोड़ा न बनें। उन्होंने कहा कि आज देश में ऐसी सरकार है जिसमें निर्णय लेने की क्षमता है, जिसकी नीतियां साफ और सोच सही है और सबको साथ लेकर चलती है।
प्रधानमंत्री ने वस्तु एवं सेवा कर(जीएसटी) को चुनावी मुद्दा बनाए जाने को भी विपक्ष की गलत रणनीति करार दिया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ने निकाय चुनावों और गुजरात चुनावों में कहा जा रहा था कि जीएसटी के चलते शहरी मतदाता नाराज होगा और उसका खामियाजा भाजपा को उठाना पड़ेगा। लेकिन चुनाव परिणाम बताते हैं कि देश रिफॉर्म (सुधार) के लिए तैयार है। परफॉर्म (प्रदर्शन) के लिए सरकार की ओर देख रहा है। ट्रांसफार्म (बदलाव) की आशा कर रहा है।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित इस अभिनंदन समारोह में लगातार मोदी मोदी के नारे गूंज रहे थे। इसके बाद भाजपा संसदीय बोर्ड की भी बैठक हुई, जिसमें गुजरात और हिमाचल प्रदेश में विधानमंडल दल के नए नेता के चुनाव के केन्द्रीय पर्यवेक्षक भेजने का फैसला किया गया।

Updated : 19 Dec 2017 12:00 AM GMT
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