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मिसाल बने बुजुर्ग किसी ने 67, किसी ने 98 तो किसी ने 105 साल में पूरी की पढ़ाई

मिसाल बने बुजुर्ग किसी ने 67, किसी ने 98 तो किसी ने 105 साल में पूरी की पढ़ाई
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नई दिल्ली। किसी ने सच ही कहा कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती, जब तक आप में सीखने की ललक जिंदा है तो आप कुछ भी सीख सकते हैं या पढ़ाई कर सकते हैं। अगर आप सोचते हैं कि बुढापे में इंसान का शरीर और दिमाग दोनों कमजोर हो जाता है तो जानिए इन बुजुर्गों के बारे में जिन्होंने सेवानिवृत्त हाने के बाद भी पढ़ाई की।

लिम्का बुक में दर्ज कराया नाम

बुढ़ापे की परिभाषा बदलने वाले बुजुर्गों में एक नाम 98 साल के राजकुमार वैश्य का है। उप्र में बरेली निवासी राजकुमार ने नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय से एमए (अर्थशास्त्र) की डिग्री हासिल कर ली है। इसके लिए इन्हें पटना में आयोजित एनओयू के दीक्षांत समारोह में मेघालय के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने डिग्री प्रदान की गई है। इस संबंध में राजकुमार का कहना है कि इस उपलब्धि को पाकर वह काफी खुश हैं। वह कभी भी मेहनत करने में कमजोर नहीं पड़े। मास्टर डिग्री हासिल करना इनका सपना था। राजकुमार का नाम लिम्का बुक आॅफ रिकॉर्ड में भी दर्ज हो गया है।

105 साल की उम्र में पीएचडी

ऐसे ही बुजुर्गों में ताइवान के रहने वाले झाओ मुहे का भी नाम शामिल है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर यह काफी चर्चा में रहे झाओ ने 98 साल की उम्र में पोस्ट ग्रेजुएशन पूरा किया और फिर पीएचडी हासिल करने का इरादा किया। आखिर में अपना सपना पूरा करते हुए उन्होंने 105 साल की उम्र में पीएचडी पूरी कर ली। युवावस्था में जिम्मेदारियों और रोजगार की आपाधापी में इनका पीएचडी करने का सपना अधूरा रह गया था।

67 साल में की एमए

तमिलनाडु की एक महिला 67 वर्षीय एम. चेल्लाताई के लिए स्नाकोत्तर की डिग्री पाना जूनून था, और उस जूनून को उन्होंने उम्र के इस पड़ाव पर आकर पूरा कर दिखाया। चेल्लाताई ने इस उम्र में एमए की डिग्री हासिल कर ये साबित कर दिया है कि शिक्षा की कोई उम्र नहीं होती है। इस कामयाबी के पीछे उनके टूटे सपनों की दर्द भरी कहानी छिपी है। दरसअल चेल्लाताई आज से करीब 50 साल पहले ही अपनी शिक्षा को पूरा करना चाहती थी, लेकिन उनके पिता ने उन्हें आगे पढ़ने की अनुमति नहीं दी। शादी के बाद चेल्लाताई ने अपने पति के सामने भी अपना सपना पूरा करने की इच्छा जताई पर उन्होंने भी साथ नहीं दिया। 2009 में नौकरी रिटायर हो गई तो एक बार फिर उन्होंने पति के सामने आगे पढ़ने की इच्छा जाहिर की इस बार 2013 में पति ने हां कर दी। अब मास्टर डिग्री लेने के बाद चेल्लाताई चाहती हैं कि वे कानून की पढ़ाई करें।

Updated : 30 Dec 2017 12:00 AM GMT
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