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मांस की अवैध दुकानों पर छापा, एक सीज

झांसी। योगी सरकार के एक्शन मोड में आने के बाद नगर निगम भी अपनी कुंभकरणी निंद्रा से जाग उठा है। पिछले पांच वर्षों से नगर निगम के अधिकारियों के सरकुलर ठंडी फायलों में दबे थे। अब उन पर से धूल हटाकर वही अधिकारी दुकानों पर छापे डालने में जुट गए हैं। शुक्रवार को नगर निगम की टीम ने सीपरी बाजार क्षेत्र में मांस विक्रेताओं की दुकानों पर छापामार कर कार्रवाई करते हुए मीट की दुकानों की जांच करते हुए कमी पाये जाने पर एक दुकान को सीज कर दिया। नगर निगम की छापामार कार्रवाई से मीट विक्रेताओं में हडकंप मच गया। कुछ दुकानदार तो दुकाने बंद कर भाग खड़े हुए।

प्रदेश के अन्य जिलों में कत्लखानों तथा अवैध रूप से संचालित मीट की दुकानों पर ताबतोड़ कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम की टीम ने भी इसकी शुरूआत करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चित्रा चौराहे से लेकर सीपरी बाजार क्षेत्र में संधन चेकिंग अभियान छेड़ दिया। इस दौरान जहां भी गोश्त की दुकाने खुली पाई गई वहीं पर अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी। टीम ने सीपरी में कुरैशी मीट शाप पर छापा मारा वहीं पर दुकानदार से लाइसेंस और अन्य कागजात मांगे। जांच के उपरांत दुकान अवैध रूप से संचालित पाई गई, जिसे सीज कर दिया गया। टीम में मुख्य खाद्य एवं सफाई निरीक्षक देवेंद्र यादव ने बताया की शासन के दिशा निर्देशों के अनुसार अब प्रति दिन कार्रवाई की जाएगी। अवैध रूप से चल रही मीट की दुकानों को बंद कराया जाएगा। हालाकि नगर निगम में मीठ मछली के लाईसेन्स की मात्र 35 दुकाने संचालित है जबकि समूचे शहर में लगभग तीन हजार से ज्यादा मांस की दुकाने संचालित है।

गैर कानूनी तरीके से मांस की विक्री जोरों पर थी जिसपर सासन के निर्देशानुसार अधिकारियों ने छापामार कार्यवाही आरम्भ की जिसपर कई दुकानदार अपनी दुकाने बन्द कर भाग खडे हुये। फिलहाल शहर के कसाई मण्डी क्षेत्र में जगह जगह खुली मांस की दुकानो ंपर छापा मारा और कार्यवाही कर दुकाने बन्द करायी। इस कार्यवाही के दौरान तहशीलदार, मुख्य खादय सुरक्षा अधिकारी, कर अधीक्षक, सर्किल इंस्पेक्टर, अवर अभियन्ता मौजूद रहे।

Updated : 25 March 2017 12:00 AM GMT
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