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शिवराज मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज

भोपाल। प्रदेश में होने वाले दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के बीच शिवराज मंत्रिमंडल के विस्तार की अटकलें एक बार फिर जोर पकड़ने लगी हैं। कहा जा रहा है कि उपचुनाव के परिणाम आने के एक पखवाड़े के अंदर मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। इस मुख्यमंत्री शिवराज सिंह वरिष्ठ विधायकों को मंत्रिमंडल में स्थान दे सकते हैं।

गौरतलब है कि गत वर्ष जून के महीने में शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया था। जिसमें नौ नए चेहरों को शामिल किया गया था। अगले विधानसभा चुनाव में फिलहाल डेढ़ साल का समय है ऐसे में मुख्यमंत्री संतुलन बनाने की कोशिश करेंगे। ऐसे में कयासबाजी है कि अटेर और बांधवगढ़ विधानसभा उपचुनाव के तुरंत बाद संभव है कि विस्तार को हरी झंडी दे दें। विधानसभा में कुल सदस्यों के पंद्रह फीसदी तक मंत्रिमंडल का आकार हो सकता है। वर्तमान सरकार में कुल 35 लोग हैं। हाल के दिनों में आदिवासी विकास मंत्री ज्ञान सिंह के सांसद बनने के बाद एक सीट खाली है। इस तरह से विस्तार में छह नए चेहरों को शामिल किए जाने की गुंजाइश बनती है।

यह हैं मंत्री पद के दावेदार
पार्टी के आदिवासी चेहरा रामलाल रौतेल, चौधरी चंद्रभान सिंह, ओमप्रकाश सखलेचा, कैलाश चावला, केदार शुक्ला और नानाभाऊ मोहोड में से भी कुछ विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। वहीं इंदौर से विधायक सुदर्शन गुप्ता के अलावा ऊषा ठाकुर, नीना वर्मा, निर्मला भूरिया और रंजना बघेल भी मंत्रिमंडल में शामिल होने के लिए दावेदारी कर रही हैं।

क्षेत्रीय संतुलन पर होगा ध्यान
अभी तक जो भी विस्तार हुए उनमें क्षेत्रीय संतुलन को प्राथमिकता नहीं दी गई। इस बार इस ओर विशेष ध्यान दिया जायेगा। क्योंकि यह अंतिम विस्तार होगा और उसके बाद पार्टी को चुनाव में जाना होगा। इस लिहाज से मुख्यमंत्री के पास अंतिम मौका है जिसमें क्षेत्र के प्रमुख लोगों को स्थान दे सकते हैं। इसमें उन क्षेत्रों के विधायकों को मंत्री बनना तय है जहां से पर्याप्त प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में नहीं है। इस तरह के क्षेत्रों में विशेष तौर पर महाकौशल और बघेल खंड का नाम है। यहां से एक-एक विधायक का मंत्री बनना तय है।

Updated : 29 March 2017 12:00 AM GMT
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