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महिला बाल विकास मंत्री से बातचीत

अब रस्म अदायगी नहीं बल्कि सालभर होगा प्रदेश में महिला सशक्तिकरण: चिटनिस
रघुवीर तिवारी, भोपाल। प्रदेश में आठ मार्च को महिला दिवस का आयोजन होता है। इसके लिए राज्य में भी तैयारियां की जा रही हैं। महिला दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश में महिला बाल विकास द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए किए जा रहे ईमानदार प्रयासों को लेकर महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस ने स्वदेश से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में अब महिला दिवस का आयोजन रस्म अदायगी नहीं होगा। सालभर प्रतिदिन महिलाओं के सशक्तिकरण से प्रयास होंगे। अब सालभर महिलाओं के कल्याण के कार्यक्रम चलाकर इसकी सार्थकता को सरकार साबित करेगी। प्रस्तुत है उनसे बातचीत के प्रमुख के अंश-

प्रश्न: विभाग में महिला सशक्तिकरण की योजनाओं के संचालन में कोई कमी आती है तो अधिकारियों की जिम्मेवारी तय होगी।
उत्तर: बिल्कुल । सरकार ने निश्चय किया है कि ग्राम पंचायतों में पंच और सरपंच आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कामकाज का आंकलन करेंगे । योजनाओं के संचालन में कमी होने पर इनकी जिम्मेदारी तय होगी और सदन में मैं विभाग की योजनाओं और कामकाज को सुचारू तथा प्रभावी रुप से संचालन के लिए जिम्मेवार रहूंगी। इस तरह ग्राम पंचायत से सदन तक विभिन्न स्तरों तक अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है। विभाग ने दंड और पुरस्कार दोनों को समान रूप से रखा है। अगर कोई अच्छा काम करेगा तो विभाग उसे पुरस्कृत भी करेगा ।

प्रश्न: प्रदेश में अक्सर देखा जाता है कि महिला बाल विकास महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए जिम्मेवार तो है लेकिन इसमें स्वास्थ्य विभाग का भी अहम रोल है। ऐसे में क्या स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास विभाग में कामकाज का सामंजस्य बेहतर बनाया जाएगा।
उत्तर: जरूर, सरकार ने निश्चय किया है कि महिलाओं के स्वास्थ्य में सिर्फ पोषण आहार ही नहीं स्वास्थ्य परीक्षण का भी बड़ा रोल है और इसलिए स्वास्थ्य विभाग और महिला बाल विकास का सामंजस्य जरूरी है। अब निश्चित किया गया है कि मैदानी क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आशा कार्यकर्ता गांव और मोहल्लों में मिलकर काम करेंगे। इसके लिए दोनों विभागों की संभावित बैठकें सुनिश्चित की हैं जो विकासखंड जिला और राज्य स्तर पर होंगी इससे दोनों विभाग में समन्वय बढ़ेगा जो महिलाओं की समस्याओं को निजात दिलाने के लिए मददगार रहेगा ।

प्रश्न: प्रदेश में सशक्तिकरण की प्रभावी योजनाएं कौन सी हैं ?
उत्तर: इस पर बोलते हुए मंत्री महिला बाल विकास ने कहा कि प्रदेश में शौर्यदल को नया रूप दिया जा रहा है जिसके अंतर्गत महिलाओं के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाएगा। जबकि आर्थिक उन्नयन स्वरोजगार जैसे मामलों पर विभाग का फोकस रहेगा । प्रदेश में जागरुकता अभियान चलाकर विशेष काम सालभर किए जाएंगे। इसके लिए राजधानी में 9 और 10 मार्च को भोपाल हाट में एक राज्य स्तरीय मेले का आयोजन भी किया जा रहा है। इस दो दिवसीय मेले में स्वरोजगार, आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बनाने, कैश लेस एकानॉमी, बैंक प्रबंधन, शासकीय योजनाओं के लाभ उठाने की जानकारी दी जाएगी, यह मेले बाद में सभी जिलों में लगाए जाएंगे।

प्रश्न: प्रदेश में कुपोषण घटिया पोषण आहार आपूर्ति की काफी शिकायतें आयीं हैं, आप वर्तमान स्थिति से संतुष्ट हैं ?
उत्तर: प्रदेश में कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। आने वाले समय में विशेष रणनीति बनाकर एक-एक कुपोषित को चिन्हित कर सरकार मदद करेगी। रही बात संतुष्टि की तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का संकल्प है कि प्रदेश में महिलाओं का विकास भावनाओं के साथ हो संवेदनशील मुख्यमंत्री प्रदेश में सशक्त महिलाओं को देखना चाहते हैं। विभाग उनकी मंशा को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री का कामकाज से संतुष्ट होना ही मेरी संतुष्टि होगी ।

प्रश्न: अर्चना जी, महिला दिवस की पूर्व संध्या पर प्रदेश की महिलाओं के लिए क्या संदेश है?
उत्तर: वैसे तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक दिन महिला दिवस मनाकर प्रतिबद्धता को दोहराया जाता है लेकिन हम प्रदेश में हर दिन महिला सशक्तिकरण के रुप में मनाएंगे तभी प्रदेश में महिलाएं शक्तिशाली होंगी और उनका सही मायने में सशक्तिकरण होगा जो कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की भावनाओं के अनुरूप होगा। जब मुख्यमंत्री विभागीय गतिविधियों से सौ प्रतिशत सहमत होंगे, वही विभाग का पुरस्कार होगा ।

Updated : 8 March 2017 12:00 AM GMT
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