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श्रीराम जन्मभूमि संकल्प को गांव-गांव में जागृत करेगी मातृशक्ति

श्रीराम जन्मभूमि संकल्प को गांव-गांव में जागृत करेगी मातृशक्ति
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-अयोध्या में मंदिर निर्माण हमारी सांस्कृतिक स्वतंत्रता के लिए जरूरी- मनोज जी
-स्वदेश से वार्ता में बताई विहिप की आमागी योजनाएं
आगरा। श्रीराम जन्मभूमि मुक्ति आन्दोलन यह किसी मन्दिर को प्राप्त करने की सामान्य लड़ाई नहीं है अपितु, काल के प्रवाह में कभी न बदलने वाली जन्मभूमि को प्राप्त करने का यह संघर्ष है। क्योंकि जन्मभूमि भारतीय सनातन परंपरा के ऐसे देवत्व की है, जिसे जिसे कोटि-कोटि हिन्दू अपने आराध्य, यहां तक कि मृत्यु के समय भी जिस नाम के उच्चारण की लालसा रखता है। इससे भी अधिक यह संघर्ष कलंक को मिटाने का है, जिसने हजारों वर्षो से हमारी भारतीय संस्कृति को कलुषित करके रखने का कार्य किया और राम जी के इस काज में हमारी मातृशक्ति हम सभी के साथ कंधें से कंधा मिलाकर नए अध्याय का सूत्रपात करने जा रही है। यह कहना है विश्व हिन्दु परिषद के ब्रजप्रांत संगठन मंत्री मनोज जी का। मंगलवार को स्वदेश से विशेष वार्ता में उन्होंने विहिप के विविध कार्यक्रम पर वार्ता की।
मनोज जी, ब्रजप्रांत संगठन मंत्री, विहिप।
प्रांतभर में 16 अप्रैल तक श्रीराम मंदिर संकल्प सभाएं
विहिप ब्रजप्रांत संघटन मंत्री मनोज जी ने बताया कि वर्षों से राष्ट्र अयोध्या में प्रभू श्रीराम जी जन्मभूमि पर भव्य मंदिर में श्रीरामलला के श्रीविग्रह की प्रतिष्ठा के क्षणों की प्रतीक्षा कर रहा है। मंदिर निर्माण के यज्ञ में संपूर्ण राष्ट्रवासी समिधा बने, इस हेतु पूरे ब्रजप्रांत में 16 अप्रैल तक गांव-नगरों में संकल्प सभाओं का आयोजन किया जा रहा है। संकल्प सभा ना केवल अयोध्या में मंदिर बल्कि सनातन संस्कृति, धर्म, कुटुम्ब प्रबोधन, संस्कारों के प्रति बुद्धिजीवियों का मानस से साक्षात्कार के रूप में विस्तृत कार्यक्रम है।
चार की संख्या में गांवों में महिलाओं की टोली
मनोज जी ने बताया कि श्रीराम के चरित्र और सनातन संस्कृति के प्रचारार्थ प्रांत के प्रत्येक गांव में चार-चार महिलाओं की टोली को दायित्व दिया गया है। विहिप से महिलाओं को जोड़ने और संर्कीतन के माध्यम से मंदिर निर्माण हेतु मातृशक्ति प्रतिदिन जनजागरूकता करेंगी।
बलिदानों से युवाओं को अवगत कराएगी प्रदर्शनी
श्रीराम जन्मभूमि का इतिहास एवं अभी तक के आंदोलन में बलिदानियों के वृतांत से युवाओं को अवगत कराने हेतु प्रांत स्तर पर एक प्रदर्शनी की योजना के बारे में मनोज जी ने बताया कि यह प्रदर्शनी सचल एवं विभिन्न स्थानों पर लगाई जाएगी। साथ ही युवाओं से गेट मीटिंक कर उन्हें भारतीय संस्कृति से प्रचार-प्रसार व अपनाने के लिए प्रेरित भी करेगी।
प्रांतभर के राममंदिरों की सूची बनाएगी विहिप
मनोज जी ने बताया कि प्रांतभर में श्रीराम के अनेंकों प्राचीन मंदिर हैं, जो स्थापत्यकला की दृष्टि से महत्पूर्ण हैं। संरक्षण के आभार में उनकी देखरेख और जीर्णोद्धार के कार्य को कैसे गति मिले, यह कार्य भी हमारी प्राथमिकताओं में है।
ब्रज में हिमाचल की तरह संस्कृति सर्किट का आगामी योजना
बताते चले कि मनोज जी हिमाचल प्रदेश में विहिप का कार्य देख चुके हैं। ब्रजप्रांत में आने से पहले हिमाचल में सप्तरिषी महाकुंभ का आयोजन उन्हीें के प्रयासों से शुरू हुआ था। स्वदेश को मनोज जी ने बताया कि ब्रज में अनेंको पुरातात्विक महत्व की धरोहरें हैं। पूरे ब्रज में संस्कृति सर्किट का बनाने और तीर्थाटन को बढ़ावा देने का भी प्रयास किया जाएगा।

Updated : 12 April 2017 12:00 AM GMT
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