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कानून की देवी की आंखों पर बंधी पट्टी हटा देनी चाहिए

भोपाल। विधानसभा अध्यक्ष सीताशरण शर्मा ने कहा है कि कानून की देवी की आंखों पर बंधी पट्टी अब हटा देना चाहिए। भारतीय पुलिस सेवा संघ मध्यप्रदेश की दो दिवसीय आईपीएस सेवा बैठक का शुक्रवार को विधानसभा में शुभारंभ अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष शर्मा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि आजकल जिस तरह सोशल मीडिया पर न्याय देने का रुझान चल रहा है उसे देख कानून की देवी की आंखों पर लगी पट्टी को हटा देना चाहिए।

विधानसभा सभागार में सुबह दस बजे से शुरू हुई इस बैइक में आईपीएस अधिकारियों ने साइबर चुनौतियों से निपटने की कुछ आसान से तरीके बताए। बैठक में आंतरिक सुरक्षा के बढ़ते खतरे और सायबर चुनौती के नए आयाम विषय पर आयोजित संगोष्ठी का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरण शर्मा ने किया।इस अवसर पर आईपीएस अधिकारियों को आंतरिक सुरक्षा पर, विषय विशेषज्ञ अजय साहनी और सायबर चुनौती पर नंदकुमार सरवटे ने व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि कैसे साइबर चुनौतियां दुनिभर को अपने कब्जे में ले रही हैं और इनसे निपटने के लिए दुनियाभर में क्या नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं। इस अवसर पर सायबर चुनौतियों से निपटने के लिए एक दमदार प्रस्तुतिकरण भी पुलिस अधिकारियों को दिया गया। शर्मा ने कहा कि आजकल सामाजिक न्याय होने लगा है, इसीलिए कानून की देवी की आंखों पर बंधी पट्टी हटा देना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ने नक्सलवाद को आतंकवाद बताया। उन्होंने कहा कि राजनीतिक, प्रशासनिक, न्यायिक और समाज के लोगों को साथ बैठकर यह तय करना चाहिए कि आतंकवाद क्या है।

वहीं उन्होंने साइबर अपराध को कम करने के लिए सामाजिक व नैतिक शिक्षा देने की जरुरत बताई।बैठक के पहले दिन जहां कार्यशाला का आयोजन किया गया, तो वहीं दूसरे दिन शनिवार को पुलिस अधिकारी, उनकी पत्नी व बच्चों के साथ अपने-अपने हुनर दिखाएंगे।

Updated : 15 April 2017 12:00 AM GMT
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