Home > Archived > रामवृक्ष की मौत की पुष्टि को सीबीआई ने की पहल

रामवृक्ष की मौत की पुष्टि को सीबीआई ने की पहल

मथुरा। चर्चित जवाहर बाग कांड की जांच कर रही सीबीआई टीम ने हिंसा में जले सभी शवों के सैंपल मांगे हैं। दरअसल, रामवृक्ष यादव की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई सभी शवों की जांच करेगी, सैंपल के लिए यह पता किया जाएगा कि रामवृक्ष यादव मारा गया अथवा नहीं।

बताते चलें कि करीब 5 हजार कथित सत्याग्रहियों के स्वयंभू नेता रामवृक्ष यादव के कब्जे से जवाहर बाग को खाली कराने के दौरान 2 जून 2016 को हिंसा भड़क गई थी। इस हिंसा में कब्जा खाली कराने गए तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी व उनके साथ मौजूद एसओ फरह संतोष यादव शहीद हुए थे, हिंसा में 27 सत्याग्रही भी मारे गए थे।

पुलिस का दावा है कि कथित सत्याग्रहियों का नेता रामवृक्ष यादव इसी हिंसा में मारा गया। 27 लोगों के शवों में एक शव रामवृक्ष यादव का भी था। मगर पिछले दिनों इन दावों पर प्रश्न चिन्ह लग गया, हैदराबाद की लैब ने रामवृक्ष यादव के बेटे राज नारायण का सेंपल खारिज कर दिया। लैब रिपोर्ट के अनुसार राज नारायण का डीएनए रामवृक्ष यादव के डीएनए से मैच नहीं हुआ। अब रामवृक्ष यादव की मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआई ने नए सिरे से जांच शुरू कर दी है।
सीबीआई ने फौरेंसिक साइंस लैबोरेटरी से सभी जले शवों के सेंपल मांगे हैं। इन शवों के सैंपल से डीएनए जांच हो सकती है। सीबीआई दोबारा से जांच कराएगी, ताकि रामवृक्ष यादव का पता लग सके।

माना जा रहा है कि डीएनए मिलान के लिए सीबीआई ने मांगे सभी शवों के सैम्पल मांगे हैं। जांच के बाद तय होगा कि 22 शवों में रामवृक्ष का शव था कि नहीं। बता दें कि इससे पूर्व रामवृक्ष के दोनों बेटों क्रमश: राज नारायण व विवेक यादव के सैंपल लिए जा चुके हैं।

Updated : 28 April 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top