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सात नदियां होने पर भी पानी की किल्लत

गर्मी आते ही मचता है हा-हा कार
सड़कों पर जनता लगाती है जाम
आरबी तौमर

आगरा। एक नहीं दो नहीं, बल्कि मुगलों के शहर आगरा में पूरी सात नदियां हैं, फिर भी लोग प्यासे हैं। गर्मी आते ही पेयजल किल्लत शुरू हो जाती है। सड़कों पर जाम लगते हैं, लोग हंगामा करते हैं, लेकिन ये समस्या जस की तस बनी हुई है। ज्यादतर क्षेत्र क्रिटीकल जोन में हैं। न तो जनप्रतिनिधि और नाहीं हुक्मरानों के पास कोई मेगा प्लान है, जिससे आमजन की प्यास बुझ सके।

यमुना
यमुना नदी यमुनोत्री से निकली हुई है। यह आगरा से बटेश्वर तक फैली हुई है। हरियाणा से यूपी तक 95 मील के दायरे में बहती है। आगरा को पेयजल उपलब्ध कराने में बड़ा योगदान है। मौजूद समय में यह एक नाला बनकर रह गई है। इसमें हर समय जलस्तर कम ही बना रहता हे। इसके चलते पेयजल संकट बना रहता है।

चम्बल
यह नदी मध्यप्रदेश के महू के जनापाव पहाड़ी से निकली है। यह बाह क्षेत्र के लिए बड़ा श्रोत है। यह नदी इटावा से निकलकर यमुना में मिल जाती है। यह 960 किमी के दायरे में बहती है। इसमें हर समय पानी रहता है।

पार्वती नदी
यह नदी मध्य प्रदेश के विन्धायचल पश्चिमी श्रेणियों से निकली है। यह नदी आगरा व राजस्थान की सीमा को जोड़ती है। इस नदी में जलस्तर कम रहता है, लेकिन ठीक से काम किया जाए, तो ये नदी भी आगरा में पानी का बड़ा श्रोत हो सकती है।

खारी
यह नदी राजसामंद के विजराल की पहाडिय़ों से निकली हुई है। यह आगरा में फतेहपुरसीकरी, किरावली, इरादतनगर, शमशाबाद, फतेहाबाद, बाह, सैंया आदि क्षेत्रों में बहती है। ये नदी हमेशा सूखी पड़ी रहती है। अभी पिछले दिनों एफएस ब्रांच से इसमें 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।

उटंगन नदी
उटंगन नदी खेरागढ़ जगनेर क्षेत्र में है। इस नदी में बरसात के मौसम में ही पानी आता है। मौजूदा समय में अवैध अतिक्रमण के चलते इस नदी के अस्तित्व पर खतरा मडऱा रहा है। इस समय कस्बा खेरागढ़ के गंदे नालों का पानी इस नदी में बहता है।

बाणगंगा
यह नदी जयपुर की बैराठ की पहाडिय़ों से निकली है। यह 378 किमी के दायरे में बहती थी, मौजूदा समय में इस नदी के अवशेष ही रह गए हैं। यह नदी ककुआ क्षेत्र में शमशाबाद की ओर बहती है। अब नदी के स्थान पर धूल नजर आती है।

किवाड़
यह नदी उटंगन नदी की सहायक नदी है। ये नदी जगनेर से तांतपुर राजस्थान के कोट क्षेत्र में बहती है। मौजूदा समय में इसकी तलहटी में ही पानी नजर आता है।

Updated : 11 May 2017 12:00 AM GMT
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