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संस्कृति विश्वविद्यालय के सेमिनार में विद्यार्थियों ने जाने क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े पहलू

मथुरा। संस्कृति में कंप्यूटर से जुड़े मुख्य विषय क्लाउड कंप्यूटिंग सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें बीएससी, एमएससी एवं बीटैक कंप्यूटर साइंस के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सेमिनार के आयोजक डीन डॉ0 डीके सिंह ने कहा कि कंप्यूटरीकृत क्षेत्र में आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी सबका साथ सबका विकास का नारा दिया है, इसी तर्ज पर क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े पहलुओं की जानकारी के लिए संस्कृति में इस सेमिनार का आयोजन किया गया है।

मुख्य अतिथि आनंद कुमार ने व्याख्यान की शुरूआत संस्कृति की प्रशंसा करते हुए की। श्री कुमार ने कहा कि कैंपस में आयोजित सेमिनार में एकत्रित छात्र-छात्राओं में भारतीय संस्कृति की झलक साफ दिखाई दे रही हैछात्र छात्राएं आज के विषय से जुड़े सवालों को पूछने के लिए बेहद उत्सुक दिखाई दे रहे हैं।

मनोज मिश्रा ने कहा कि कंप्यूटर में डिग्री और पोस्ट डिग्री करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए क्लाउड कंप्यूटिंग बेहद जरूरी हो गया है। जैसा कि आपको बताया जा चुका है। अब बात आती है क्लाउड कंप्यूटिंग से जुड़े फायदों की तो सबसे पहले सभी फाइल का ऑनलाइन व ऑफलाइन बैकअप रहता है, जिसे कहीं भी किसी भी स्थान पर ओपन करके काम किया जा सकता है। एक छात्र के पूछने पर सेव करने का क्या ऑप्शन है तो मनोज मिश्रा ने कहा कि फाइल को एक साथ कई स्थान पर शेयर किया जा सकता है।

छात्रों के आग्रह पर क्लाउड कंप्यटिंग यूज करने के लिए क्लाउड स्टोरेज सर्विस उपलब्ध कारने वाली वेबसाइट के बारे में बताते हुए मुख्य अतिथि आनंद कुमार ने बताया कि इसके लिए गूगल ड्राइव, माइक्रोसॉफ्ट स्काई ड्राइड, 4 सिंक, ड्रॉप बॉक्स आदि पर उपलब्ध क्लाउड कंप्यूटिंग पर एकाउंट बनाकर कुछ ही मिनटों में क्लाउड स्टोरेज का लाभ उठाया जा सकता है। क्लाउड कंप्यूटिंग तकनीक में कंम्यूटिंग, डेटा एक्सेस से डेटा स्टोर तक का सारा काम नेटवर्क पर ही होता है। इसमें किसी तरह का सॉफ्टवेयर या स्टोरेज डिवाइस खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है। एसोसिएट डीन डॉ. संजीव कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी क्लाउड कंप्यूटिंग के महत्व को समझते हुए ई गर्वर्नेंस सेवाएं क्लाउड कंप्यूटिंग के माध्यम से उपलब्ध कराना शुरू कर दिया है जिसके लिए भारत सरकार के संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के इलैक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग ने महत्वाकांक्षी कार्यक्रम जीआई क्लाउड की शुरूआत की है जिसे मेघराज नाम दिया गया है।

उन्होंने कहा कि आगामी समय में सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में अपने निजी क्लाउड होंगे साथ ही एक राष्ट्रीय क्लाउड आधारित नेटवर्क स्थापित किया जाएका जो सभी राज्य डाटा केंद्रों को आपस में जोड़ेगा। गूगल एप्स क्लाउड कंप्यूटिंग का ही एक उदाहरण है जो बिजनिस एप्लिेकेशन ऑल लाइन मुहैया कराता है। क्लाउड कंप्यूटिंग की सुिवधाएं एपीआई के माध्यम से इसका उपयोग किया जा सकता है क्योंकि यह ब्राउजर पर आधारित है।

समग्र विकास निदेशक डॉ. सुबोध कुमार दुबे ने छात्रों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि कार्यक्रम के समन्वयक प्रिंसीपल अमित जैन ने सराहनीय प्रयास करते हुए छात्रों को क्लाउड कंप्यूटिंग के बारे में जानकारी मुहैया कराई है। ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन संस्कृति में होते रहने चाहिए, जिससे छात्रों को आगामी तकनीक के बारे में पूरी जानकारी बनी रहे।

Updated : 2 May 2017 12:00 AM GMT
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