जिलाधिकारी ने जाना शहर की गंदगी का हाल
-निर्धारित समय पर जिला अस्पताल में नहीं लग पाई थी झाड़ू भी
-डीएम ने उपस्थिति रजिस्टर भी लिया कब्जे में
मथुरा। शुक्रवार को निरीक्षण पर निकले नवागत जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी ने विकास बाजार में गंदगी का अंबार देख नाखुशी जाहिर की है और अतिक्रमण पर भी नाराजगी जताई।
देशभर के स्वच्छता सर्वे में मथुरा जनपद को 352वां स्थान मिलने पर प्रशासनिक अमला हरकत में आया । सफाई का जिम्मा जिन कांधों पर है वह सबसे ज्यादा परेशान हैं, खासकर नगर पालिका प्रशासन। गंदगी का एक बड़ा कारण कूडा का व्यवस्थापन न होना व कूड़े को ना उठाना ही है। आज इसका जायजा डीएम अरविंद मलप्पा बंगारी ने निरीक्षण किया।
सुबह करीब 8:30 बजे डीएम का काफिला विकास बाजार पहुंचा। यहां उन्होंने विकास बाजार के दोनों मुख्य द्वारों का निरीक्षण किया। क्वालिटी तिराहा की तरफ गंदगी का भीषण अंबार देख डीएम नाराज हुए। कहा कि यह कूड़ा क्यों नहीं उठाया जा रहा है? डीएम ने स्पष्ट कहा कि यहां अविलंब सफाई होनी चाहिए, यह परिसर उन्हें साफ चाहिए। अतिक्रमण के विषय पर डीएम ने कहा कि जल्द से जल्द अभियान चलाकर यह स्थान अतिक्रमण से मुक्त कराया जाये, ना कराने पर उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने की बात कही। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी वित्त रविन्द्र कुमार, सिटी मजिस्टेऊट राम अरज यादव मौजूद रहे।
शहर के निरीक्षण से पहले डीएम का काफिला महर्षि दयानंद सरस्वती जिला चिकित्सालय पहुंचा था। सही 8:10 बजे डीएम का काफिला अस्पताल में दाखिल हुआ। चिकित्सालय का समय 8 बजे का है, मगर डीएम के निरीक्षण के समय तक झाडू तक नहीं लगी थी। इसके बाद वह सीधे सीएमएस कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने हाजिरी रजिस्टर अपने कब्जे में ले लिया। देरी से आने पर डीएम ने सीएमएस से कारण पूछा तो सीएमएस ने बताया कि वह लखनऊ से आ रहे हैं जिस वजह से देर हुई। डीएम के निरीक्षण से अस्पताल प्रशासन में हडकंप मच गया।