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चैंपियंस ट्रॉफी : श्रीलंका ने भारत को सात विकेट से हराया, ग्रुप बी में जबरदस्त जंग

चैंपियंस ट्रॉफी : श्रीलंका ने भारत को सात विकेट से हराया, ग्रुप बी में जबरदस्त जंग
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भारतीय गेंदबाजों ने दिशाविहीन गेंदबाजी करते हुए और क्षेत्ररक्षकों ने कुछ नजदीकी मौके टपकाकर ओपनर शिखर धवन (125) की शतकीय पारी पर पानी फेर दिया और गत चैंपियन भारत को श्रीलंका के खिलाफ आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के ग्रुप बी मुकाबले में गुरुवार को सात विकेट की सनसनीखेज हार का सामना करना पड़ा।

भारतीय टीम अपने पहले मुकाबले में पाकिस्तान को 124 रन से हराने के बाद सातवें आसमान पर थी लेकिन श्रीलंकाई टीम ने सात विकेट की जीत के साथ टीम इंडिया को जमीन पर ला दिया। भारत ने 50 ओवर में छह विकेट पर 321 रन का मजबूत स्कोर बनाया मगर श्रीलंका के शीर्ष बल्लेबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 48.4 ओवर में तीन विकेट पर 322 रन बनाकर अपनी टीम की सेमीफाइनल की उम्मीदों को कायम रखा।

ग्रुप बी में अब बेहद दिलचस्प स्थिति हो गई है और ग्रुप की चारों टीमों भारत, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के पास एक-एक जीत और एक-एक हार है। श्रीलंका की इस जीत से ग्रुप बी‘ग्रुप ऑफ डैथ’बन गया है। इस ग्रुप से सेमीफाइनल में जाने वाली दो टीमों का फैसला अब ग्रुप के आखिरी मैचों से होगा। भारत को अपने अंतिम मैच में 11 जून को दक्षिण अफ्रीका से भिडऩा है जबकि इसके अगले दिन श्रीलंका का मुकाबला पाकिस्तान से होगा। इन दो मैचों में जो टीमें जीतेंगी वही सेमीफाइनल में पहुंचेगी।

श्रीलंका के लिए ओपनर दानुष्क गुणातिलके ने 72 गेंदों में सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 76 रन ,कुशल मेंडिस ने 93 गेंदों में 11 चौकों और एक छक्के के सहारे 89 रन, कुशल परेरा ने 44 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 47 रन(रिटायर्ड हर्ट), कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने 45 गेंदों में छह चौकों की मदद से मैच विजयी नाबाद 52 रन और असेला गुणारत्ने ने मात्र 21 गेंदों में दो चौके और दो छक्के ठोककर नाबाद 34 रन बनाकर अपनी टीम को बेहतरीन जीत दिला दी।

भारत ने इस मुकाबले में सात गेंदबाजों का इस्तेमाल किया लेकिन कामयाबी भुवनेश्वर कुमार को मिली। गुणातिलके और मेंडिस रन आउट हुए। भारतीय कप्तान विराट कोहली अपने गेंदबाजों के प्रदर्शन से इतना निराश हुए कि उन्होंने खुद तीन ओवर डाले। भारतीय फील्डरों ने कम से कम तीन नजदीकी मौके गंवाए जो अंत में टीम इंडिया को भारी पड़ गए।

टीम इंडिया का कोई गेंदबाज श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर प्रभाव नहीं छोड़ पाया। ओपनर निरोशन डिकवेला (सात) के आउट होने के बाद श्रीलंका के सभी बल्लेबाजों ने जमकर रन बटोरे और अपने एकदिवसीय इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए दूसरी सबसे बड़ी जीत हासिल की। कुशल मेंडिस को उनकी 89 रन की पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला।

उमेश यादव ने 9.4 ओवर में 67, जसप्रीत बुमराह ने 10 ओवर में 52, हार्दिक पांड्या ने सात ओवर में 51, रवींद्र जडेजा ने छह ओवर में 52, केदार जाधव ने तीन ओवर में 18 और विराट ने तीन ओवर में 17 रन दिए और किसी को कोई विकेट नहीं मिला। भुवनेश्वर ने 10 ओवर में 54 रन देकर एक विकेट हासिल किया।

इससे पहले भारत ने ओपनर शिखर धवन (125) के लाजवाब शतक और रोहित शर्मा (78) तथा महेन्द्र सिंह धोनी (63) के शानदार अर्धशतकों के दम पर छह विकेट पर 321 रन का मजबूत स्कोर बनाया लेकिन गेंदबाज इतने बड़े स्कोर का बचाव नहीं कर पाए। शिखर ने अपने करियर का 10 वां वनडे शतक ठोका और रोहित के साथ पहले विकेट के लिए 24.5 ओवर में 138 रन की साझेदारी की। शिखर और रोहित ने लगातार दूसरे मैच में शतकीय साझेदारी की। उन्होंने पिछले मैच में पाकिस्तान के खिलाफ ओपनिंग में 136 रन जोड़े थे।

बांए हाथ के बल्लेबाज शिखर ने 128 गेंदों पर 125 रन में 15 चौके और एक छक्का लगाया। वह चैंपियंस ट्रॉफी में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर बनाने में चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं। शिखर ने लगभग डेढ़ साल बाद जाकर शतक बनाया। उनका पिछला शतक 20 जनवरी 2016 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ कैनबरा में बना था।

रोहित ने एक और बेहतरीन पारी खेली और 79 गेंदों पर 78 रन में छह चौके और तीन छक्के लगाए। वह एक बार फिर शतक से दूर रह गए। उन्होंने पिछले मैच में 91 रन बनाए थे। पूर्व कप्तान धोनी ने 52 गेंदों पर सात चौकों और दो छक्कों की मदद से 63 रन की चमकदार पारी खेली। केदार जाधव ने 13 गेंदों पर नाबाद 25 रन में तीन चौके और एक छक्का ठोका।

श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले क्षेत्ररक्षण करने का फैसला किया। शिखर और रोहित ने एक बार फिर जमकर खेलते हुए शतकीय साझेदारी कर डाली। दोनों ने 19.2 ओवर में भारत के 100 रन पूरे किए। रोहित ने अपना अर्धशतक 62 गेंदों में और शिखर ने 69 गेंदों में पूरा किया। लसित मलिंगा ने रोहित को तिषारा परेरा के हाथों कैच कराकर इस साझेदारी को तोड़ा।

भारत का पहला विकेट 138 के स्कोर पर 25 वें ओवर में गिरा लेकिन अगले ही ओवर में भारत को एक बड़ा झटका लग गया जब कप्तान विराट कोहली खाता खोले बिना नुवान प्रदीप की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे। विराट ने पिछले मैच में नाबाद 81 रन की शानदार पारी खेली थी लेकिन इस बार वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए। विराट का वनडे में 181 मैचों में यह 11 वां शून्य था।

विराट वनडे में लगभग तीन साल बाद जाकर शून्य पर आउट हुए। विराट का आईसीसी टूर्नामेंटों में यह पहला शून्य था। पाकिस्तान के खिलाफ मैन ऑफ द मैच रहे युवराज सह भी इस बार सस्ते में निपट गए। युवराज ने सात रन बनाए और उन्हें असेला गुणारत्ने ने बोल्ड किया। भारत का तीसरा विकेट 179 के स्कोर पर गिरा।

शिखर ने इसके बाद धोनी के साथ चौथे विकेट के लिए 10.4 ओवर में 82 रन की साझेदारी की जिसने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। धोनी हालांकि शुरुआत में धीमे रहे लेकिन इसके बाद उन्होंने हाथ खोलते हुए सात चौके और दो छक्के लगाए। शिखर ने अपना शतक 112 गेंदों में 13 चौकों की मदद से पूरा किया। शिखर का विकेट मलिंगा ने लिया। भारत ने अपना चौथा विकेट 261 के स्कोर पर गंवाया। हार्दिंक पांड्या नौ रन बनाकर सुरंगा लकमल का शिकार बने।

धोनी आखिरी ओवर में परेरा की दूसरी गेंद पर आउट हुए। जाधव ने तीसरी गेंद पर छक्का और अंतिम दो गेंदों पर चौके उड़ाते हुए भारत को 321 तक पहुंचा दिया। भारत ने अंतिम 10 ओवर में 103 रन जोड़े। मलिंगा ने 70 रन पर दो विकेट, लकमल ने 72 रन पर एक विकेट, प्रदीप ने 73 रन पर एक विकेट, परेरा ने 54 रन पर एक विकेट और गुणारत्ने ने सात रन पर एक विकेट लिया।

Updated : 8 Jun 2017 12:00 AM GMT
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