कौशल विकास से ही मिट सकती है बेरोजगारी
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विशेष सशस्त्र पुलिस बल में प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र का शुभारंभ
ग्वालियर। भारत जैसे विशाल जनसंख्या वाले देश में आज की परस्थितियों में न तो सरकार के पास इतना रोजगार है और न ही निजी क्षेत्र ही इतने रोजगार उपलब्ध करा सकता है। ऐसी स्थिति में युवाओं में कौशल विकास के माध्यम से युवा पीढ़ी को आत्मनिर्भर बनाकर ही बेरोजगारी की समस्या का समाधान संभव है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार बनते ही सबसे पहले बेरोजगारी से निपटने के लिए प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना शुरू की थी, जिसके माध्यम से स्वयं का कारोबार खड़ा करके अथवा रोजगार प्राप्त करके लाखों युवा रोजगार प्राप्त कर चुके हैं।
यह बात केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुरुवार को द्वितीय वाहिनी सशस्त्र पुलिस बल के ग्वालियर मुख्यालय पर प्रधानमंत्री कौशल विकास केन्द्र के औपचारिक उद्घाटन समारोह में संबोधित करते हुए कही। द्वितीय वाहिनी परिसर में कौशल विकास केन्द्र की स्थापना को लेकर श्री तोमर ने कहा कि इस केन्द्र का लाभ पुलिस बल के परिवारों को मिलेगा क्योंकि यह बात सही है कि देश और प्रदेश दोनों स्तर पर पुलिस बल का काम चुनौतीपूर्ण होता है। उन्हें अपने शासकीय दायित्वों के निर्वहन के लिए परिवार से अलग भी रहना पड़ता है। इस स्थिति में अगर उनके बच्चों को बेहतर रोजगारोन्मुखी शिक्षा बटालियन परिसर में ही प्राप्त हो सकेगी तो वे अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों को कुछ हल्का महसूस करते हुए अपने कर्तव्य का निर्वहन ईमानदारी से कर सकेंगे। महापौर विवेक शेजवलकर ने कहा कि कौशल विकास केन्द्र की स्थापना पुलिस सशक्तिकरण की ओर एक कदम है। पुलिस महानिरीक्षक अनिल कुमार ने कौशल विकास केन्द्र की स्थापना और उसके उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को अपर पुलिस महानिदेशक अफजल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने फीता काटकर केन्द्र का शुभारंभ किया और उसकी कार्यप्रणाली तथा उपलब्ध संसाधनों के संबंध में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।