Home > Archived > आयकर विभाग के नोटिस से व्यापारियों में खलबली

आयकर विभाग के नोटिस से व्यापारियों में खलबली

आयकर विभाग के नोटिस से व्यापारियों में खलबली
X

नोटबंदी के दौरान पैसों का लेन-देन करने वालों पर आयकर की नजर




ग्वालियर। नोटबंदी के दौरान व्यापारियों और किसानों द्वारा बैंक खातों में जमा की गई और निकाली गई राशि से एक बार फिर सभी के होश उड़ने लगे हैं। आयकर विभाग ने ऐसे व्यापारियों और किसानों को नोटिस भेजना शुरू कर दिया है जिन्होंने उस वक्त पैसों का जमकर लेन-देन तो किया मगर पेन कार्डों को आयकर विभाग में रजिस्टर्ड नहीं कराया है। पेन कार्ड के रजिस्टर्ड नहीं होने से विभाग को नोटबंदी के दौरान हुए ट्रांजेक्शन की जानकारी जुटाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में ऐसे व्यापारियों की संख्या दो से चार हजार तक है।

उल्लेखनीय है कि दीपावली के दौरान पूरे देश में नोटबंदी का जबरदस्त दौर चला था। इस दौरान सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोटों का संचालन पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया था। उस वक्त शहर के कई लोगों और व्यापारियों ने उस पैसे को बैंकों में जमा करना, आरटीजी में उपयोग करना और सोने में निवेश करने जैसे कार्य किए। इस दौरान आयकर विभाग द्वारा नोटबंदी के दौरान हुए पैसे के लेन-देन को लेकर सर्वे और छापे की कार्रवाई भी हुई और बेनामी संपत्ति भी विभाग ने जब्त की, लेकिन एक बार फिर से आयकर विभाग द्वारा ऐसे लोगों और व्यापारियों को एसएमएस और नोटिस देने का कार्य जारी किया है। जिसमें यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि नोटबंदी के दौरान जमा की गई राशि पूर्ण रूप से सही ढंग से घोषित की गई है या नहीं। आयकर विभाग के यह एसएमएस में तमाम व्यापारी शामिल हैं। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक व्यापारी ने बताया कि आयकर विभाग ऐसे एसएमएस व्यापारियों में भय पैदा करने के लिए भेज रहा है जबकि हम अपनी पूरी जानकारी विभाग को पहले ही उपलब्ध करा चुके हैं।

इनका कहना है

‘सीए आशीष पारिख ने बताया कि शहर में ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने अभी तक अपने पेन कार्ड आयकर विभाग में रजिस्टर्ड नहीं कराए हैं। इसी के साथ विभाग को कोई जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। विभाग द्वारा ऐसे लोगों को नोटिस आदि दिए जा रहे हैं। जवाब नहीं देने पर विभाग द्वारा सर्वे की कार्रवाई भी की जा सकती है। ’

Updated : 22 July 2017 12:00 AM GMT
Next Story
Top