योगी ने कहा - अपराधियों में पुलिस का डर होना जरुरी
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लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि पुलिस की कार्य प्रणाली और जनता के प्रति उसके व्यवहार में सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अपराध नियंत्रण के लिए जघन्य घटनाओं में तुरन्त कार्यवाही करते हुए अपराधियों को पकड़ा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधियों में पुलिस का भय होना चाहिए ताकि वे अपराध से दूर रहें।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को यहां शास्त्री भवन में आयोजित एक बैठक में गृह विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने डायल 100 सेवा को बेहतर बनाने पर बल देते हुए कहा कि इसके तहत मुहैया कराई जा रही सेवा को और अधिक चुस्त-दुरस्त बनाया जाए, ताकि संकट पडऩे पर लोगों की मदद प्रभावी ढंग से की जा सके। किसी घटना की सूचना मिलने पर डायल 100 की टीम घटनास्थल पर तेजी से पहुंचकर स्थिति को अपने नियंत्रण में लेकर लोगों की मदद करे। साथ ही उन्होंने कहा कि इस सेवा में कार्यरत पुलिस कर्मियों को अपने व्यवहार को मित्रवत बनाना चाहिए, ताकि लोग उनसे घबराएं नहीं। योगी ने अग्निशमन सेवा की समीक्षा करते हुए कहा कि इसे और अधिक प्रभावी बनाना होगा। सरकारी कार्यालयों, अस्पतालों और अन्य उंची इमारतों का अग्नि सुरक्षा के सम्बन्ध में सेफ्टी आडिट कराया जाना चाहिए।
इस सेवा को सुचार एवं प्रभावी ढंग से उपलब्ध कराने के लिए सभी कदम उठाए जाने चाहिए। बैठक के दौरान विभागीय अधिकारियों द्वारा सभी तहसील मुख्यालयों पर फायर स्टेशन स्थापित करने की आवश्यकता पर बल देने के साथ-साथ आग से निपटने के लिए नए उपकरणों की खरीद की बात भी कही गई। अधिकारियों ने अग्निशमन सेवा को आधुनिक यंत्रों और उपकरणों से सुसज्जित करने की बात भी कही।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने यातायात निदेशालय के कार्य-कलापों की समीक्षा करते हुए कहा कि राजधानी लखनऊ समेत प्रदेश के सभी जनपदों में यातायात व्यवस्था को चुस्त-दुरस्त बनाने की आवश्यकता है। ट्रैफिक नियमों जैसे-हेलमेट लगाना, सीट बेल्ट बांधना, कारों से ब्लैक फिल्म हटाना तथा हूटर के उपयोग को रोकने का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाए। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कडी से कड़ी कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि वाहन चलाते समय ईयर फोन एक बड़ी समस्या बन चुका है। इसे रोका जाना चाहिए, ऐसा करने वाले पर फौरन चालान किया जाए। योगी ने कहा कि शराब पीकर वाहन चलाने वालों से सख्ती से निपटा जाए। इसके अलावा, ट्रैफिक नियमों के विषय में लोगों को जागरूक बनाया जाए। उन्होंने कहा कि सडक सुरक्षा सप्ताह के माध्यम से भी ट्रैफिक नियमों के सम्बन्ध में जागृति लाई जाए। ट्रैफिक जाम की समस्या से निपटने के लिए उन्होंने कहा कि तंग सडकों को वन-वे किया जाए और सडकों के किनारे लगने वाले ठेलों और खोमचे वालों को अन्यत्र शिफ्ट किया जाए।
गौरतलब है कि वाहनों की चेकिंग के साथ-साथ लगातार पेट्रोलिंग करने के भी निर्देश दिए। बैठक के दौरान यातायात निदेशालय के अधिकारियों द्वारा मुख्यमंत्री को विभाग के अन्तर्गत चल रही कई परियोजनाओं के विषय में भी जानकारी दी गई। उन्हें ई-चालान एप, वेबसाइट तथा लखनऊ में यातायात की व्यवस्था में सुधार हेतु किए जा उपायों के विषय में भी जानकारी दी गई।
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