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ट्रक-ट्रैक्टर ट्रॉली भिड़ंत : तोडफ़ोड़, आगजनी और चक्काजाम

ट्रक-ट्रैक्टर ट्रॉली भिड़ंत : तोडफ़ोड़, आगजनी और चक्काजाम
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- भात देने जा रहे एक ही परिवार के सात लोगों की मौत, मातम में बदली खुशियां

- हाईवे पर हालात हुए बेकाबू , पुलिस ने किया लाठीचार्ज

ग्वालियर। घर से भात देने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली से निकले अलापुर गांव के लोग मंगल गीत गाते हुए बरौआ जा रहे थे तभी रास्ते में उनका मौत से सामना हो गया। पुरानी छावनी क्षेत्र में हाइवे पर बेकाबू गति से दौड़ रहे रेत से भरे ट्रक और ट्रैक्टर-ट्रॉली में आमने-सामने जबरदस्त भिडंÞत में हो गई। इस हादसे में ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार सात लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब दो दर्जन लोग घायल हो गए। हादसे से गुस्साई भीड़ ने ट्रक को आग लगा दी, आधा दर्जन वाहनों की तोड़फोड़ कर दी, कुछ वाहनों को पलट दिया और हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। मौके पर भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे अधिकारियों ने बेकाबू हालातों को बड़ी मुश्किल से काबू में किया।

पुरानी छावनी थाना क्षेत्र स्थित ग्राम बरौआ के रहने वाले वीरेन्द्र सिंह किरार के बेटे सुरेन्द्र के विवाह में अलापुर जौरा से वीरसिंह व राजेश भात देने के लिए रविवार को परिजनों और रिश्तेदारों के साथ ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर बरौआ आ रहे थे। सुबह दस बजे के करीब ट्रैक्टर-ट्रॉली रायरू स्थित बरौआ मोड़ के पास पहुंची ही थी कि तभी विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक क्रमांक एमपी 07 जीए 7296 के चालक ने अंधाधुंध गति से गाड़ी चलाते हुए ट्रैक्टर-ट्रॉली में टक्कर मार दी। आमने-सामने की भिडंÞत में ट्रैक्टर के परखच्चे उड़ गए। ट्रैक्टर खंती में गिर गया और ट्रॉली सड़क पर ही यू टर्न लेकर घूम गई। हादसे में आशाराम पुत्र शंकर सिंह उम्र 45 वर्ष, आशाराम की पत्नी सुनीता उम्र 40 वर्ष निवासी विसंगेपुरा जौरा, राकेश पुत्र साहब सिंह राजपूत उम्र 28 वर्ष, छोटेसिंह पुत्र चंदनसिंह राजपूत उम्र 36 वर्ष, वीरसिंह पुत्र अर्जुन सिंह राजपूत उम्र 45 वर्ष, राजेश पुत्र रामदास उम्र 35 वर्ष और सतीश पुत्र अजमेरा किरार उम्र 32 वर्ष सभी निवासी अलापुर जौरा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना मिलते ही बरौआ से मौके पर पहुंचे लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में टक्कर मारने वाले ट्रक को आग लगाने के साथ ही हाइवे से गुजरने वाले अन्य वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। उपद्रव और तोड़फोड़ की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। नगर पुलिस अधीक्षक वी.एस. रघुवंशी ने भीड़ में शामिल लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माने। भीड़ ने सीएसपी की जीप को भी तोड़ डाला और सड़क पर पलट दिया। घटना स्थल पर हालात बेकाबू होने की खबार मिलते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

आक्रोशित भीड़ ने पुलिस बल के साथ हाथापाई शुरू कर दी। इस पर पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बल प्रयोग करते हुए लाठियां चलार्इं। चक्काजाम, हंगामा और तोड़फोड़ कर रहे लोग मृतकों के परिजनों को 11 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक-एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की मांग कर रहे थे। लोगों ने मृतकों शवों को उठाने से मना करते हुए हाइवे पर चक्काजाम कर कर दिया। इससे यातायात अवरुद्ध हो गया। एडीएम शिवराज वर्मा द्वारा एक लाख तीस हजार रुपए की तात्कालिक आर्थिक सहायता का आश्वासन दिए जाने के बाद लोगों ने शवों को उठने दिया। पुलिस ने हादसे की जांच-पड़ताल प्रारंभ कर दी है।

6 घण्टे तक पड़े रहे शव

रायरू हाइवे के पास बरौआ मोड़ पर छोटेसिंह और वीरसिंह के शव ट्रैक्टर में बुरी तरह फंसे हुए थे, जबकि राजेश का शव टैÑक्टर के पास ही पड़ा हुआ था, जिसके ऊपर से ट्रक का पहिया निकल गया था। सड़क पर आशाराम, उसकी पत्नी सुनीता और राकेश का शव पड़ा हुआ था। प्रदर्शनकारियों की बजह से शव छह घण्टे तक मौके पर ही पड़े रहे। इस भयावह दृश्य को देखकर लोग और आक्रोशित हो रहे थे।

इन्होंने संभाला मोर्चा

हादसे में मारे गए लोगों के शव सड़क पर ही पड़े होने की सूचना मिलते ही सुमावली विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार, पूर्व विधायक परशुराम मुदगल, प्रद्युम्न सिंह तोमर, ग्रामीण विधायक भारत सिंह कुशवाह की प्रतिनिधि अरुणा किरार, पूर्व पार्षद महाराज सिंह पटेल सहित अन्य लोग मौके पर पहुंच गए, जिन्होंने आक्रोशित लोगों को काफी देर तक समझाया और चार घण्टे की माथापच्ची के बाद ग्रामीणों ने उनकी बात को स्वीकार किया। तब कहीं जाकर सभी शवों को हाइवे से उठाया गया।

शासन को भेजा जाएगा आर्थिक सहायता का प्रस्ताव: वर्मा

एडीएम शिवराज वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतकों के परिजनों की 11 लाख रुपए की आर्थिक सहायता की मांग का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि एक लाख तीस हजार रुपए की तात्कालिक आर्थिक सहायता का आश्वासन दिए जाने के बाद परजिन चक्काजाम खोलने और शवों को उठाने के लिए तैयार हो गए। उक्त राशि में 15 हजार रुपए सड़क निधि से और 15 हजार रुपए रेडक्रॉस सोसायटी की ओर से दिए जाएंगे। शेष एक लाख की राशि प्रशासन देगा।

Updated : 3 July 2017 12:00 AM GMT
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