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आइडिया-वोडाफोन मर्जर को लॉ ट्रिब्‍यूनल की मंजूरी

आइडिया-वोडाफोन मर्जर को लॉ ट्रिब्‍यूनल की मंजूरी
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मुंबई। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍यूनल (एनसीएलटी) ने आइडिया सेलुलर और वोडाफोन के मर्जर प्रस्‍ताव को मंजूरी दे दी है। लॉ ट्रिब्‍यूनल के इस आदेश के बाद अब दोनों ग्रुप कंपनियां अंतिम मंजूरी के लिए डिपार्टमेंट ऑफ टेलिकॉम (डीओटी) के पास जा सकती हैं। प्रस्ताव पूरा होते ही नई कंपनी के पास मार्केट शेयर का 43 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी। रेग्‍युलेटरी नोट जारी करते हुए आइडिया सेलुलर ने कहा है कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्‍यूनल की अहमदाबाद बेंच ने अपने आदेश में वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज लिमिटेड और आइडिया सेलुलर लिमिटेड के विलय को मंजूरी दे दी है। वोडाफोन को इसके लिए एनसीएलटी से मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। इस मर्जर को ‘एकीकरण की योजना’ नाम दि‍या गया है। एकीकरण पूरा होने के बाद वोडाफोन इंडि‍या लि‍मि‍टेड (वीआईएल) का पूरा बि‍जनेस और वोडाफोन मोबाइल सर्वि‍सेज लि‍मि‍टेड (वीएमएसएल) आइडि‍या के साथ जुड़ जाएगा। मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में वोडाफोन की हिस्‍सेदारी 47.5 फीसदी होगी, जबकि शेष हिस्‍सेदारी आइडिया और प्रमोटर आदित्‍य बिड़ला ग्रुप की होगी। टेलिकॉम रेग्‍युलेटर ट्रार्इ की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, वोडाफोन और आइडिया के संयुक्‍त रूप से 40 करोड़ से ज्‍यादा मोबाइल उपभोक्ता हैं और दोनों का साझा मार्केट शेयर इंडस्‍ट्री में सबसे ज्‍यादा है।

इंडिया रेटिंग्‍स एंड रिसर्च के अनुसार, वोडाफोन इंडिया और आइडिया के प्रस्‍तावित मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी का रेवेन्‍यू 77,500 से 80,000 करोड़ अतिरिक्त होगा। यह रेवेन्‍यू साइज उस स्थिति में होगा जब कंपनियां स्‍पेक्‍ट्रम और इन्‍फ्रा कैपेक्‍स का डुप्लिकेशन खत्‍म कर देंगी। सात सर्किल में वोडाफोन इंडिया और दो में आइडिया की सेवाएं उपलब्ध हो रही हैं। दोनों के स्‍पेक्‍ट्रम की वैल्‍यू पिछली नीलामी प्राइस के अनुसार करीब 12000 करोड़ रुपए आंकी गई है। इन सर्किल में कंपनियों का स्‍पेक्‍ट्रम परमिट वर्ष 2011-22 में समाप्‍त होगा। अगर वोडाफोन और आइडिया का मर्जर होता है तो यह 80 हजार करोड़ रुपए के रेवेन्यू वाली भारत की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन जाएगी। मर्जर के बाद कंपनी सब्सक्राइबर्स के आधार पर भी भारत की सबसे बड़ी कंपनी होगी। यह मार्केट लीडर भारती एयरटेल व रिलायंस जियो को भी पीछे छोड़ देगी। फिलहाल वोडाफोन इंडिया 20.46 करोड़ कस्टमर्स के साथ दूसरी और आइडिया सेल्युलर 19.05 करोड़ कस्टमर्स के साथ तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है। दोनों के मिलाकर 40 करोड़ सब्सक्राइबर्स हो जाएंगे। अभी देश में एयरटेल 26.34 करोड़ कस्टमर्स के साथ देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम सर्विस प्रोवाइडर है। वोडाफोन-आइडिया के इश मर्जर के बाद नई कंपनी के पास साल 2018-19 तक मोबाइल मार्केट की 43 फीसदी हिस्सेदारी होगी, जिससे यह पहले नंबर की कंपनी बन जाएगी। दूसरे नंबर पर भारती एयरटेल के पास 33 फीसदी और रिलायंस जियो की 13 फीसदी हिस्सेदारी रहेगी।

Updated : 13 Jan 2018 12:00 AM GMT
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