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मां ने नहाने के लिए रखा था गर्म पानी, मासूम बेटे की झुलसकर मौत

मां ने नहाने के लिए रखा था गर्म पानी, मासूम बेटे की झुलसकर मौत
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फोन आने पर उसे उठाना मां को पड़ा महंगा, मासूम ने अपने ऊपर उढेÞल लिया था गर्म पानी

ग्वालियर, न.सं.। मां बार-बार एक ही बात दोहरा रही थी कि उसे मालूम होता कि नहाने के लिए बाथरूम में रखा गर्म पानी उसके कलेजे के टुकड़े की जान ले लेगा तो वह फोन उठाने ही नहीं जाती। मां ने नहाने के लिए बाथरूम में गर्म पानी रखा था। इसी दौरान उसका मोबाइल बज उठा। वह फोन उठाने कमरे में चली गई। इधर घर में खेल रहे मासूम बेटे ने बाथरूमें रखा गर्म पानी अपने ऊपर उढेÞल लिया, जिससे वह बुरी तरह झुलस गया। अस्पताल में उपचार के दौरान मासूम ने दम तोड़ दिया।

पुरानी छावनी में रहने वाले गणेश शाक्य की पत्नी शोभा मकर संक्रांति पर्व पर अपने मायके आई थी। गणेश का तीन वर्षीय बेटा यश भी अपनी मां के साथ ननिहाल में आया था। ग्वालियर थाना क्षेत्र स्थित खिड़की मौहल्ला में रहने वाले गनपतलाल के घर में त्यौहार की खुशियां तो थी हीं, साथ ही बेटी शोभा के आ जाने से परिवार में खुशी दोगुनी हो गई थी। विगत सोमवार को शोभा नहाने के लिए बाथरूम में गर्म पानी रख रही थी तभी उसका मोबाइल बज उठा। किसी अनहोनी से अनजान शोभा तेज कदमों से अपना फोन उठाने के लिए कमरे में दौड़ी। इधर शोभा का तीन साल का मासूम बेटा यश खेलता हुआ बाथरूम में पहुंच गया और उसने गर्म पानी की बाल्टी अपने ऊपर उढ़ेल ली। गर्म पानी यश के ऊपर गिरते ही उसकी चीख निकल गई। यश की चीख सुनते ही शोभा और परिजन दौड़कर बाथरूम में पहुंचे, जहां यश गर्म पानी से बुरी तरह झुलस गया था। आनन-फानन में यश को अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बताया गया है कि गर्म पानी शरीर पर गिरने से मासूम का शरीर उसे सहन नहीं कर सका। मासूम की मौत से मां शोभा का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार में मातम पसर गया है। ननिहाल में बेटी के मासूम बेटे की मौत से सभी लोग स्तब्ध हैं। मासूम की मौत की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव विच्छेदन गृह भेजकर मर्ग कायम कर हादसे की जांच-पड़ताल प्रारंभ कर दी है।

यश का जन्मदिन मनाने रोक लिया था नाना ने
यश का जन्मदिन 17 जनवरी को होने पर उसके नाना गनपलाल ने उसे अपने घर पर ही रोक लिया था। गनपतलाल नाती यश का चौथा जन्मदिन अपने ही घर पर मनाना चाहते थे, लेकिन अब वह अपने निर्णय पर पछता रहे हैं। बेटी मकर संक्रांति के बाद घर चली जाती तो शायद ये दिन न देखना पड़ता। यश का पिता गणेश भी ससुराल पहुंच गया था।

मातम में बदलीं खुशियां
नाना-नानी के यहां शरारतें करते हुए किलकारियां और शोर माचा रहे यश की असमय मौत से जहां उसके ननिहाल में मातम पसर गया है वहीं उसके दादा-दादी के घर में भी चीख-पुकार मची हुई है। बताया गया है कि ननिहाल में यश का धूमधाम से जन्मदिन मनाने की तैयारी कर ली गई थीं, लेकिन उसकी असमय मौत से अब खुशियां मातम में बदल गई हैं।

Updated : 17 Jan 2018 12:00 AM GMT
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