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राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से प्रदेश की 58 मंडियां जुड़ीं

किसानों को अपनी उपज बेचने का दाम उसी दिन मिल रहा

भोपाल। प्रदेश के किसानों को अपनी उपज की कीमत सही मिल सके, इसके लिये प्रदेश की 58 कृषि उपज मण्डियों को ई-नाम ट्रेडिंग पोर्टल से जोड़ा गया है। किसान इस व्यवस्था के माध्यम से अपनी कृषि उपज का विक्रय कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में एक ओर जहां बोली लगाने वाले व्यापारी की जानकारी गोपनीय होती है, वहीं दूसरी ओर किसान को भी व्यापारियों के मध्य हो रही प्रतिस्पर्धा का लाभ मिलता है। इसमें एक और फायदा यह है कि मंडी क्षेत्र के बाहर अथवा अन्य मंडी क्षेत्र का व्यापारी सीधे जिंस की बोली ई-नाम के पोर्टल पर लगा सकता है। इससे किसानों को स्थानीय बाजार के अलावा बाहर के बाजारों का भी लाभ प्राप्त होता है। राष्ट्रीय कृषि बाजार एक पैन इण्डिया इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल है, जो कृषि से संबंधित उपजों के लिये एक एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करने के लिए मौजूदा कृषि उपज मण्डी समिति का एक अच्छा माध्यम है।

ई-नाम पोर्टल सभी कृषि उपज मण्डी समितियों से संबंधित सूचना और सेवाओं के लिये एकल प्रणाली (सिंगल विण्डो) सेवा प्रदान में सक्षम है। इस योजना में अन्य सेवाओं के साथ-साथ मण्डी प्रांगण में कृषि उपज के आगमन और कीमतों, व्यापार प्रस्तावों को खरीदने और बेचने, व्यापार प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया के प्रावधानों को भी शामिल किया गया है।

Updated : 28 Jan 2018 12:00 AM GMT
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