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बच्चों के शवों को देख रो पड़ा शहर, फूलों से सजी गाड़ी में निकली श्रुति

बच्चों के शवों को देख रो पड़ा शहर, फूलों से सजी गाड़ी में निकली श्रुति
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दो अन्य बच्चों का भी हुआ अंतिम संस्कार

इंदौर। शुक्रवार को शहरवासियों को झकझोर देने वाले हादसे के बाद से ही खातीवाला टैंक इलाके में सन्नाटे बीच गमगीन माहौल दिखाई दिया। शनिवार को सुबह यह माहौल उस समय और भी गमगीन हो गया, जब चारों बच्चों की एक के बाद एक अंतिम यात्रा निकाली गई। शनिवार को सुबह सबसे पहले श्रुति की अर्थी फूलों से सजी गाड़ी में निकली तो शवयात्रा में शामिल हर एक की आंखों में आंसू दिखाई दे रहे थे और उनके सामने श्रुति का हंसता खेलता चेहरा दिखाई दे रहा था। इसके बाद 11 बजे हरमीत कौर उर्फ खुशी और कृति अग्रवाल की शवयात्रा भी निकली। शनिवार सुबह तीन बच्चों का रीजनल पार्क स्थित पीपल्यापाला मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। इस हादसे की शिकार हुई श्रुति लुधियानी के खातीवाला टैंक स्थित घर के बाहर काफी तादाद में लोगों की भीड़ जमा थी। उसके शव को फूलों से सजी कार में अंतिम विदाई दी गई।

कल जिसने भी इस हादसे के बारे में सूना तो वह यही जानने का प्रयास करता रहा कि हादसे में कितने बच्चों की जान गई है। उधर, हादसे के बाद घटनास्थल से बांबे हास्पिटल तक अफरा-तफरी मची रही। हास्पिटल में इतनी भीड़ हो गई थी कि व्यवस्था संभालने के पुलिस बल लगाना पड़ा। उधर, इस घटना के बाद सैकड़ों लोग जहां घायलों की मदद के लिए पहुंच गए, वहीं रक्तदाताओं की भी भीड़ भी यहां जमा हो गई। घटनास्थल से गुजरते लोगों ने घायलों की सहायता की और उन्हें अस्पताल पहुंचाया। उधर, सूचना मिलते ही महापौर सहित अनेक जनप्रतिनिधि अस्पताल पहुंचे और उन्होंने हादसे की जानकारी ली। आज सुबह जहां इस भयावह हादसे के शोक स्वरूप शहर के बाजार बंद रहे, वहीं सीबीएसई और एमपी बोर्ड के कुछ स्कूलों के आलावा शहर के अनेक शिक्षण संस्थान नहीं खुले।

ट्रक और स्कूल बस की भिड़ंत में 4 मासूम बच्चों सहित 5 की मौत और अनेक के गंभीर घायल होने की सूचना शहर में आग की तरह फैली और लोग इस दुर्घटना पर दुख जताते हुए मदद के लिए बाम्बे हास्पिटल पहुंच गए। बाम्बे हास्पिटल में जब घायल बच्चों को पहुंचाया गया तो कोहराम मच गया। तीन बच्चों की हालत गंभीर होने पर ऑपरेशन थियेटर ले जाया गया। इसके अलावा अन्य बच्चे भी घायल हुए हंै, जिनका उपचार जारी है। बस के चालक राहुल की मौत हो चुकी है, जबकि बस के परिचालक बल्लू की हालत गंभीर है। हादसे के बाद परिजन और रिश्तेदार बड़ी संख्या में हास्पिटल पहुंचे। मौके पर जिन्होंने नजारा देखा उनके रोंगटे खड़े हो गए। उधर, अस्पताल में हादसे की सूचना मिलने के बाद महापौर श्रीमती मालिनी गौड़, विधायक रमेश मैंदोला, राऊ विधायक जीतू पटवारी, कांग्रेस नेता सज्जनसिंह वर्मा सहित कई जनप्रतिनिधि पहुंच गए थे, जिन्होंने डॉक्टरों से घायलों के संबंध में जानकारी ली। इनके अलावा संभागायुक्त संजय दुबे, एडीजी अजय शर्मा, डीआईजी हरिनारायणचारी मिश्र, सहित अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी घटनास्थल औरअस्पताल पहुंचे गए।

नहीं खुले स्कूल, बाजार भी बंद

डीपीएस स्कूल के बस हादसे से पूरा शहर गमगीन है। शहर के प्रमुख व्यापारी संगठनों ने शोक स्वरुप अपने बाजार आधे दिन बंद रखने का ऐलान किया है। वहीं शहर के सभी सीबीएसई स्कलों के अलावा एमपी बोर्ड के कुछ स्कूल और अन्य शिक्षण संस्थाएं भी बंद रही। सियागंज व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल के मुताबिक हादसे मृत बच्चों के शोक और परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए पूरा बाजार शनिवार दोपहर दो बजे तक बंद रहेगा। लोहा मंडी ने भी आधे दिन के बंद का ऐलान किया है। लोहा व्यापारी एसोसिएशन के सदस्य प्रशांत अग्रवाल की बेटी कृति अग्रवाल की भी हादसे में मौत हुई है। इल्वा कार्यवाहक अध्यक्ष मोहम्मद पीठावाला, मंत्री देवेंद्र कोठारी के मुताबिक इल्वा परिवार में हादसे के चलते शाम 4 बजे से लोहा मंडी और एसोसिएशन से जुड़े अन्य बाजार बंद रहेंगे।

सारा दोष बस चालक पर प्रकरण दर्ज

कल दोपहर हुए जिस दर्दनाक हादसे में चार बच्चों व बस ड्राइवर की मौत हुई थी, उस घटना के सिलसिले में पुलिस ने जांच के बाद देररात मृत ड्राइवर को ही हादसे का दोषी मानते हुए उसके खिलाफ धारा 304 व 323 के तहत केस दर्ज किया है। कनाडिय़ा पुलिस के अनुसार बायपास के ब्रिज कल दोपहर चार बजे डीपीएस स्कूल की बस नंबर 27 (एमपी 09 एफए 2029) व ट्रक (यूपी 78 सीटी 7890) के बीच हुई भीषण भिडंत में चार बच्चों कृति, श्रुति, स्वास्तिक व हरमित उर्फ खुशी की मौत के मामले में अलग अलग मर्ग कायम किए थे। पांच मर्ग की जांच व बाम्बे अस्पताल में भर्ती 9 बच्चों को फरियादी बनाकर कल रात 12.55 बजे कनाडिय़ा थाने पर मृतक बस चालक राहुल पिता रामलाल (30) निवासी कनाडिय़ा को इस दर्दनाक हादसे का दोषी करार दिया है। पुलिस के अनुसार आरोपी राहुल ने ये जानते हुए भी कि बस में स्कूल के बच्चे बैठे हैं, फिर भी बस को इतनी लापरवाही से चलाया कि वो बस सडक़ के बीच बना लगभग डेढ़ फिट के डिवाइडर को पार करते हुए सडक़ की दूसरी तरफ अपनी साइड से आ रहे ट्रक से जा टकराई थी। इस हादसे में पुलिस ने पुरी गलती चालक की ही मानी।

स्कूल प्रबंधन की लापरवाही हुई उजागर

शुक्रवार को हुए भीषण स्कूल बस हादसे के मामले में प्रदेश सरकार ने स्कूल प्रबंधन को जिम्मेदार माना है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर गृहमंत्री ने 24 घंटे की जांच रिपोर्ट में जो तथ्य पेश किए हैं, उसके मुताबिक प्रारंभिक तौर पर इस बस हादसे के लिए डीपीएस स्कूल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है। जांच में ये तथ्य सामने आए हैं कि बस की स्पीड 80 किलोमीटर प्रति घंटा थी। सरकार ने इंदौर डीआईजी को तत्काल कार्रवाई करते हुए स्कूल प्रबंधन और स्पीड गवर्नर कंपनी के खिलाफ एफआई आर दर्ज करने के निर्देश दिए हैं।
दिवंगत बच्चों की आत्मा की शांति के लिए जयपुर में जलाए दिए - शहर के अलावा जयपुर में भी दिवंगत बच्चों की आत्मा की शांति के लिए दिए जलाए गए। अजय चौडिय़ा अपने परिवार के साथ जयपुर में एक शादी समारोह में पहुंचे थे और जब उन्हें इंदौर में इस दर्दनाक घटना की जानकारी मिली तो उन्होंने शादी वाले परिवार से चर्चा की और अपील की कि श्रद्धांजलि के लिए दिए जलाए जाए। परिवार ने भी तुरंत इजाजत दे दी और समारोह में आए सभी मेहमानों ने बच्चों की आत्मा की शांति के लिए दिए जलाए और परिजनों को दुख सहने करने की शक्ति देने की भगवान से प्रार्थना की।

इंदौरियन्स की भावना फिर काबिले तारीफ

बॉम्बे अस्पताल में इलाजरत बच्चों को खून देने के लिए शहरवासी उमड़ पड़े। जैसा कि होता आया है जब भी कोई बड़ी दुर्घटना शहर में होती है तब शहरवासी मदद के लिए एकदम से आ जाते है। कल भी वैसा ही हुआ और इंदौरियन्स की भावना देखने को मिली। सोशल मीडिया पर भी अलग-अलग ब्लड ग्रुप के लोग खून देने के लिए अपील करते रहे। आखिरी में अस्पताल प्रबंधन ने अपनी अपील जारी की और कहा कि हमारे पास खून की पर्याप्त व्यवस्था है। आवश्यकता पडऩे पर मदद ली जाएगी।

यह शहर जिंदादिल लोगों का शहर है। जब भी कोई आपदा इस शहर पर आती है तो मदद करने वाले लाखों हाथ दिख जाते है और चंद मिनटों में ही मदद से लोगों को राहत मिल जाती है। कल भी ऐसा ही हुआ। शाम करीब 4 बजे कल ट्रक-बस दुर्घटना में स्कूली बच्चों की मौत हुई तो लोग स्तब्ध रह गए और घायल बच्चों को खून देने के लिए बॉम्बे अस्पताल में भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इंदौरियन्स की भावना ही कहेंगे कि घायल बच्चों को खून देने के लिए तमाम संगठन, गणमान्य नागरिक और आमजन इक_ा हो गए। अस्पताल प्रबंधन ने अंत में कहा कि हमारे पास पर्याप्त खून है। बावजूद इसके लोग वहां डटे रहे।

खजराना में होगा शांति पाठ, युवा मोर्चा जलाएगा श्रद्धांजलि दीप

स्कूली बस हादसे में मृत बच्चों की आत्म शांति के लिए खजराना गणेश मंदिर प्रांगण में आज शाम को पूरे परिसर में दीप जलाए जाएंगे। वहीं शांति पाठ भी किया जाएगा। भाजयुमो के अध्यक्ष मनस्वी पाटीदार ने बताया कि कल हुआ हादसा बेहद दुखद है। युवा मोर्चा उन स्कूली बच्चों को श्रद्धांजलि देने के लिए शांति पाठ करवाएगा। वहीं खजराना मंदिर परिसर में दीप भी प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।

Updated : 6 Jan 2018 12:00 AM GMT
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