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अगर मैं बिगड़ गया तो सबके लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी

अगर मैं बिगड़ गया तो सबके लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी
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अधिष्ठाता ने कनिष्ठ चिकित्सकों को लगाई फटकार


ग्वालियर, न.सं.। मैं लगातार निरीक्षण कर निर्देश देने में लगा हूं। उसके बाद भी तुम लोग सुधरने का नाम नहीं ले रहे हो। अभी भी समय है सुधर जाओ। अगर मैं बिगड़ गया तो सबके लिए परेशानी खड़ी हो जाएगी। यह सख्त फटकार गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.एन. अयंगर ने जयारोग्य अस्पताल के ट्रॉमा सेन्टर के औचक निरीक्षण के दौरान वहां मौजूद कनिष्ठ चिकित्सकों को लगाई।

डॉ. अयंगर मंगलवार को सुबह नौ बजे जयारोग्य अस्पताल के सहायक अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र नरवरिया के साथ ट्रॉमा सेन्टर का औचक निरीक्षण करने पहुंचे, जहां कनिष्ठ चिकित्सक बिना नेम प्लेट और एप्रिन के ड्यूटी पर मौजूद थे। डॉ. अयंगर को आते देख कुछ चिकित्सकों ने एप्रिन तो पहन लिया, लेकिन नेम प्लेट लगाना भूल गए। इसको लेकर डॉ. अयंगर ने कनिष्ठ चिकित्सकों की जमकर क्लास ली।

इसके बाद उन्होंने मरीजों की केस शीट देखीं, जो खाली पड़ी हुई थीं। इस पर वह गुस्सा हो गए और कनिष्ठ चिकित्सकों को फटकार लगाते हुए कहा कि मैं लगातार व्यवस्थाएं सुधारने के लिए निरीक्षण करने में लगा हुआ हूं और तुम लोग सुधरने का नाम ही नहीं ले रहे हो। अगर मैं बिगड़ गया तो तुम सबको परेशानी खड़ी हो जाएगी, इसलिए अपनी आदतें सुधार लो, नहीं तो सख्त कार्रवाई करूंगा। इतना ही नहीं, डॉ. अयंगर ने ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सकों की जानकारी मांगी तो पता चला कि सर्जरी के एक एसआर डॉ. अनुराग साहू ड्यूटी से गायब थे। इसके बाद उन्होंने एसआर डॉ. साहू, न्यूरोलॉजी के एक एमसीएच, आर्थोपेडिक के जूनियर रेसीडेंट सहित ड्यूटी पर मौजूद अन्य जूनियर चिकित्सकों को नोटिस जारी करने की बात कही।

अधिष्ठाता को देख लगाने लगे पौंछा:- ट्रॉमा सेन्टर में मौजूद सफाई कर्मियों ने डॉ. अयंगर को देखते ही पौंछा लगाना शुरू कर दिया। इसको लेकर डॉ. अयंगर ने कहा कि आपको सुबह 7.30 बजे तक सफाई करने के निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भी आप लोग 9.30 बजे से सफाई शुरू कर रहे हैं। यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नर्स से कहा-तुम्हारा दस दिन का वेतन कटवाऊंगा

औचक निरीक्षण के दौरान डॉ. अयंगर ने देखा कि कई पलंगों पर चादरें नहीं बिछी थीं और जिन पलंगों पर चादरें थीं, वह बहुत गंदी थीं। इसको लेकर डॉ. अयंगर ने स्टाफ नर्स से सख्त शब्दों में कहा कि ट्रॉमा में जितने पलंग हैं, उससे तीन गुना ज्यादा चादरें हैं। फिर भी मरीजों को चादर नहीं दी जा रही है, जबकि मैंने निर्देश दिए थे कि मुझे आप प्रोफार्मा भर कर दें, जिसमें उपलब्ध चादरों सहित अन्य सामान की जानकारी हो, लेकिन आपने अभी तक प्रोफार्मा भरा ही नहीं है। आप लोग ऐसे नहीं मानेंगे। तुम्हारा दस दिन का वेतन काटा जाएगा।

Updated : 14 Feb 2018 12:00 AM GMT
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