सेवानिवृत्त एसडीएम के बिलों में 16 माह तक लगाई आंकलित खपत
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विद्युत फोरम से भी नहीं मिली राहत, दोबारा सुनवाई की लगाई गुहार
ग्वालियर। आंकलित खपत के माध्यम से मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी की उपभोक्ताओं को ठगने की नीति से केवल आम उपभोक्ता ही नहीं बल्कि सेवानिवृत्त अधिकारी भी त्रस्त हैं। बिजली कम्पनी ने सेवानिवृत्त एसडीएम के बिलों में लगातार 16 माह तक आंकलित खपत लगाई। बार-बार शिकायत करने के बाद भी जब बिजली कम्पनी के अधिकारियों ने उनकी शिकायत का कोई समाधान नहीं किया तो उन्होंने इसकी शिकायत विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम में की, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। इस पर उन्होंने फोरम में पुनर्विचार याचिका प्रस्तुत की है।
सेवानिवृत्त एसडीएम धनीराम पाल निवासी सूर्य नगर, गल्ला कोठार, थाटीपुर, मुरार ने स्वदेश को बताया कि उनका विद्युत मीटर खराब होने पर बिजली कम्पनी द्वारा अगस्त 2016 से नवम्बर 2017 तक उनको मनमाने तरीके से आंकलित खपत के आधार पर अधिक राशि के बिल जारी किए गए, जबकि इस बीच उन्होंने बिजली कम्पनी के संबंधित अधिकारियों से मीटर बदलवाने के लिए कई बार लिखित और मौखिक रूप से आग्रह किया, लेकिन उनका मीटर नहीं बदला गया। उन्होंने आंकलित खपत के बिलों में सुधार की मांग को लेकर भी संबंधित अधिकारियों को आवेदन दिए, लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया। इस पर उन्होंने 9 नवम्बर 2017 को विद्युत उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम में शिकायत की, लेकिन वहां से भी उन्हें कोई राहत नहीं मिली। फोरम ने बिजली कम्पनी के तर्कों से सहमति जताते हुए उनकी शिकायत को निरस्त कर दिया। इस पर उन्होंने फोरम के समक्ष पुनर्विचार याचिका प्रस्तुत कर उनकी शिकायत पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया है।