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पुलिस की सख्ती देखने के बाद आतंकी की नहीं की किसी ने मदद

पुलिस की सख्ती देखने के बाद आतंकी की नहीं की किसी ने मदद
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नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के हत्थे चढ़े इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) का ब्लास्ट विशेषज्ञ व खूंखार आतंकी आरिज खान उर्फ जुनैद को मजबूरन दिल्ली आना पड़ा और वह पकड़ा गया। पूछताछ में उसने बताया है कि पुलिस की सख्ती को देखते हुए उसे कोई भी ठिकाना मुहैया कराने व रकम देने के लिए तैयार नहीं हो रहा था। उसके पुराने संपर्क वाले फोन पर बात करने से भी मना कर रहे थे। तब उसने तय किया कि वह अपने नेटवर्क के साथियों व रिश्तेदारों को बताए बिना उनके शहर में जाएगा और वहीं के पीसीओ के जरिये लोकल नंबर से उनसे बात करेगा। इसका मकसद यह था कि जांच एजेंसियों के दायरे में उसके नेटवर्क लोग न आएं। इसीलिए वह भारत आया और पकड़ा गया। शातिर दिमाग आतंकी जुनैद के बारे में स्पेशल सेल ने यह भी बताया कि सीमापार भागने के पहले उसने एक जगह पर चंद घंटों से ज्यादा नहीं बिताया।

हर पांच घंटे पर बदलता था ठिकाना

दिल्ली पुलिस सहित तमाम जांच एजेंसियों उसके पीछे लगी हुई थीं, इसलिए उसने एक ठिकाने पर ज्यादा समय नहीं गुजारा। दरअसल उसे इस बात का डर था कि वह बेशक पीसीओ बूथ का अपने नेटवर्क से जुड़े लोगों से संपर्क करने के लिए इस्तेमाल कर रहा है लेकिन उसके जानकार अगर जांच एजेंसियों के राडार पर होंगे तो उनके यहां जिस लोकेशन से फोन आ रहा है, उसतक पहुंचने का खतरा होगा। इसलिए वह एक लोकेशन पर ज्यादा से ज्यादा पांच से छह घंटे ही रूकता था।

जुनैद 5 संगठनों के संपर्क में था

बाटला हाउस एनकाउंटर के बाद फरार हुआ आरिज खान उर्फ जुनैद दोबारा से इंडियन मुजाहिद्दीन को खड़ा करने के लिए जिहादी विचारधारा रखने वाले के पांच संगठनों के सपर्क में था। स्पेशल सेल सूत्रों की मानें तो उसके मुलाकातों का यह सिलसिला भी एक बार तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि तीन-चार बार रहा। इसके लिए वह पिछले महीने पुलिस के हत्थे चढ़े अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर के साथ मिलकर काम शुरू भी कर चुका था।

पांच बार नेपाल से आया था भारत

अबतक की पूछताछ में जुनैद ने खुलासा किया है कि वह विभिन्न आतंकी संगठनों व उनसे जुड़े लोगों से मिलने के लिए नेपाल से पांच बार भारत आया था। इस दौरान उसने कई बैठकें की और लोगों से मुलाकात भी की। वह उ.प्र. व बिहार के कुछ हिस्सों में अपने पुराने नेटवर्क के लोगों से मिला भी और उन्हें नेटवर्क के लोगों सें संपर्क कर एक बैठक आयोजित करने को भी कहा ।

Updated : 16 Feb 2018 12:00 AM GMT
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