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प्लॉट व फ्लैट बेचने के बहाने 17 लाख की धोखाधड़ी

प्लॉट व फ्लैट बेचने के बहाने 17 लाख की धोखाधड़ी
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फर्जीवाड़ा करने वाला देव इंफ्रास्ट्रक्चर का संचालक फरार

ग्वालियर, न.सं.। प्लॉट और फ्लैट बेचने का झांसा देकर फर्जी इन्फ्रास्ट्रक्चर के संचालक ने दो लोगों को लाखों रुपए की चपत लगा दी। उसने फरियादियों को न तो प्लॉट दिया और न ही फ्लैट दिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। मुरार थाना क्षेत्र के अंतर्गत सुदामापुरी स्थित गली नम्बर एक में रहने वाले महेश किशोर पुत्र पातीराम शर्मा एवं प्रिया पत्नी जयसिंह गौर ने देव इन्फ्रास्ट्रक्चर के संचालक भागीरथ ओझा से प्लॉट और फ्लैट खरीदने के लिए 22 फरवरी 2013 में अनुबंध किया था। महेश किशोर ने प्लॉट के लिए भागीरथ को 13 लाख 60 हजार रुपए और प्रिया गौर ने पांच लाख रुपए फ्लैट खरीदने के लिए दिए थे। दोनों लोगों से रकम लेने के बाद भागीरथ ओझा ने नदीपार टाल शमशान भूमि के पास साइड दिखाई।

महेश किशोर और प्रिया गौर को काफी दिन बीत जाने के बाद भी जब प्लॉट व फ्लैट नहीं मिला तो उन्होंने भागीरथ ओझा से सम्पर्क किया, लेकिन वह दोनों को टरकाता रहा। बताया गया है कि भागीरथ ओझा के फर्जीबाड़े का उस समय खुलासा हुआ, जब महेश किशोर और प्रिया गौर साइड देखने के लिए बताए गए स्थान पर पहुंचे, जहां पूछताछ करने के बाद पता चला कि उक्त स्थान पर भागीरथ ओझा की न तो कोई जमीन है और न ही यहां कोई फ्लैट बनाए जा रहे हैं। फर्जीबाड़े का पता चलते ही दोनों फरियादी पुलिस के पास पहुंचे। इससे पहले ही भागीराथ ओझा निवासी सिंहपुर रोड मुरार अपने घर से लापता हो गया। पुलिस ने उसके खिलाफ धारा 420, 406 के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

Updated : 13 March 2018 12:00 AM GMT
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