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खानापूर्ति के लिए चिकित्सकों को जारी किए जाते हैं नोटिस

खानापूर्ति के लिए चिकित्सकों को जारी किए जाते हैं नोटिस
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मरीजों की शिकायतों पर नहीं होती कार्रवाई, मामला जयारोग्य अस्पताल का

ग्वालियर, न.सं.। जयारोग्य अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीज आए दिन चिकित्सकों की मनमानी के कारण परेशान होते हैं, जिसके चलते कई मरीज अपनी शिकायत भी अस्पताल प्रबंधन को दर्ज कराते हैं, लेकिन अस्पताल प्रबंधन कार्रवाई के नाम पर चिकित्सकों को सिर्फ एक नोटिस जारी कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल देता है।

इस कारण चिकित्सकों की मनमानी पर लगाम नहीं लग पा रही है और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसका एक उदाहरण विगत दिनों जारी किए गए दो नोटिस हैं। जयारोग्य अस्पताल की कैजुअल्टी में विगत पांच मार्च को देर रात अहमदाबाद निवासी दिनेश कुमार अपने परिचित महादेव प्रसाद को उपचार के लिए लेकर पहुंचे थे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें निजी अस्पताल में शिफ्ट करवा दिया था, जिसकी शिकायत दिनेश कुमार ने छह मार्च को अस्पताल अधीक्षक से की थी। दिनेश कुमार ने अपनी शिकायत में कहा था कि कैजुअल्टी में मौजूद चिकित्सक डॉ. वी.पी. गौतम एवं स्टाफ पंकज ने उन्हें यह कहते हुए निजी अस्पताल में भेज दिया था कि यहां ठीक से उपचार नहीं मिल पाएगा। अगर मरीज को बचाना है तो उसे निजी अस्पताल में लेकर चले जाओ। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने खानापूर्ति करते हुए कैजुअल्टी प्रभारी को नोटिस जारी कर मामले को ठंडे वस्तें में डाल दिया। नौ दिन बीत जाने के बाद भी आज तक प्रबंधन संबंधित स्टाफ व चिकित्सक पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका है, जिससे साफ है कि अस्पताल प्रबंधन को मरीजों की परेशानी से कोई मतलब नहीं है।

अधिष्ठाता के आदेश पर भी नहीं हुई कार्रवाई
इसी तरह अन्य दूसरे मामले में भी अधिष्ठाता के आदेश पर भी अस्पताल प्रबंधन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर सका। ट्रॉमा सेन्टर में भर्ती सड़क हादसे में घायल जगदीश के परिजनों ने विगत नौ मार्च को गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एस.एन. अयंगर से शिकायत करते हुए बताया था कि दीनदयाल कार्ड होने के बाद भी उनसे बाहर से इम्प्लांट और दवाएं मंगाई गई थीं। इस पर अधिष्ठाता ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. जे.एस. सिकरवार को मामले की जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने खानापूर्ति करते हुए ट्रॉमा सेन्टर के प्रभारी को नोटिस जारी कर दिया और मामले को ठंडे वस्ते में डाल दिया।

जिला कोषालय गोरखी अब नवीन कलेक्ट्रेट से संचालित होगा
ग्वालियर। जिला कोषालय गोरखी अब नवीन कलेक्ट्रेट परिसर में शिफ्ट हो गया है। कोषालय की पेंशन, आवक-जावक व एनपीएस इत्यादि शाखायें 20 मार्च से कलेक्ट्रेट स्थित कोषालय कार्यालय से संचालित होंगीं। जिला कोषालय अधिकारी अनिल सक्सैना ने बताया कि फिलहाल 75 फीसदी कार्यालय नए भवन के कमरा नं. 123 एवं 124 से संचालित होगा। उन्होंने बताया कि गोरखी कोषालय से जुड़े सभी आहरण एवं संवितरण अधिकारियों से कहा गया है कि वे अब पेंशन, अन्य आहरण व एनपीएस शाखा इत्यादि से संबंधित पत्र व्यवहार एवं कार्य के लिये नवीन कोषालय भवन में ही संपर्क किया जाए।

Updated : 16 March 2018 12:00 AM GMT
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