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परिसर खाली करो वरना फिंकवा देंगे मलवा

परिसर खाली करो वरना फिंकवा देंगे मलवा
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किराए को लेकर चेम्बर का आईडीबीआई बैंक को अल्टीमेटम
ग्वालियर|
मध्य प्रदेश चेम्बर आॅफ कॉमर्स के परिसर में चार हजार वर्ग फीट क्षेत्रफल में किराए से काबिज आईडीबीआई बैंक द्वारा विगत 18 माह से किराया अदा नहीं करने पर दोनों के बीच विवाद उठ खड़ा हुआ है। चेम्बर ने किराया जमा नहीं करने की स्थिति में परिसर खाली करने की हिदायत दी है। वहीं पिछली कार्यकारिणी बैठक में बैंक के मैनेजर को बुलाकर सख्त शब्दों में कहा गया कि किराया अदा करो वरना बैंक के बाहर मलवा-कचरा फिंकवा देंगे। हम चाहें तो अभी तुम्हारा पानी भी बंद करा सकते हैं। भरी बैठक में अपमानित मैनेजर चेम्बर पदाधिकारी के इस रवैए से कुछ नहीं बोल सका। उसने सिर्फ इतना ही कहा कि मैं अपने मुख्यालय तक संदेश पहुंचवा दूंगा।

चेम्बर सूत्रों के मुताबिक एक जुलाई 2001 में आईडीबीआई बैंक को यह परिसर 14 रुपए वर्ग फीट के हिसाब से किराए पर दिया गया था। इस लिहाज से उसके द्वारा 56 हजार रुपए महीना किराया अदा किया जाता था। 30 जून 2016 के बाद चेम्बर ने परिसर का किराया 14 रुपए वर्गफीट की बजाए 72 रुपए वर्गफीट बढ़ा दिया। इस तरह 56 हजार महीने की बजाए यह किराया 2.88 लाख रुपए प्रतिमाह हो गया। लेकिन बैंक प्रबंधन ने इतनी बढ़ी राशि देने में असमर्थता जाहिर की। जिससे यह राशि बढ़ते-बढ़ते वर्ष 2017-18 तक 34 लाख 14 हजार 528 रुपए तक जा पहुंची। यदि इसी राशि को मौजूदा समय से आंका जाए तो 18 महीने का कुल किराया 51 लाख 84 हजार रुपए बनता है जो फिलहाल आईडीबीआई बैंक द्वारा अदा नहीं किया गया है। चेम्बर ने इस मुद्दे को अपने वार्षिक बजट में रखा तो वरिष्ठ सदस्य रामनिवास अग्रवाल ने सवाल उठाया कि आखिर बैंक से किराया क्यों नहीं लिया जा रहा है? इस पर अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने तत्काल एक कर्मचारी को भेजकर आईडीबीआई बैंक के मैनेजर प्रतीक रस्तोगी को कार्यकारिणी की बैठक में तलब किया। इसके बाद अध्यक्ष ने रस्तोगी से पूछा कि कब तक किराया जमा कराओगे। हम बैंक के सामने कचरा-मलबा पटकवा देंगे। आपका पानी और अन्य सुविधाएं भी बंद कर सकते हैं। अध्यक्ष श्री अग्रवाल ने यहां तक कहा कि यह मामला चेम्बर की बजाए स्वयं मेरा होता तो कल तक आपके यहां कचरा डल चुका होता। अध्यक्ष के इस तेवर से मैनेजर की सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई और वह सिर्फ इतना ही बोला कि मैं इस मामेल में मुख्यालय को अवगत करा दूंगा। बैठक में अन्य पदाधिकारी और कार्यकारिणी सदस्य अध्यक्ष के खौफ से चुप्पी साधे बैठे रहे। फिर किसी ने इस मुद्दे पर कोई सवाल नहीं किया और बैठक समाप्त हो गई। इस मामले में जब चेम्बर अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल और मानसेवी सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल से बात करना चाही तो उनके मोबाइल ही नहीं उठे।

वार्षिक साधारण सभा की बैठक 30 को
चेम्बर आॅफ कॉमर्स की वार्षिक साधारण सभा की बैठक 30 मार्च को शाम 4.30 बजे डी.पी. मण्डेलिया सभागार में आयोजित की जाएगी। इस बैठक में वर्ष 2016-17 की आॅडिट रिपोर्ट एवं हिसाब की स्वीकृति, 2016-17 की वार्षिक कार्यविवरणिका की स्वीकृति, आॅडिट हेतु अंकेक्षक की नियुक्ति पर विचार एवं प्रस्तावित बजट पर विचार एवं निर्णय किया जाएगा।

रिलायंस कक्ष भी बरसों से खाली
आईडीबीआई बैंक के बाहर बने एक बड़े कक्ष में पहले रिलायंस फ्रेश किराए से काबिज था लेकिन चार-पांच वर्ष से यह कक्ष भी चेम्बर पदाधिकारियों की गुटबाजी और किराए निर्धारण को लेकर यह आज तक नहीं उठ पाया है। जिससे कहीं न कहीं चेम्बर को एक बड़े राजस्व की हानी हो रही है। वहीं चेम्बर के कुछ लोगों का कहना है कि अगर रिलायंश फ्रेश वाली जगह किसी पदाधिकारी की होती तो कब की किराए पर उठ जाती।

‘नौ मार्च को चेम्बर की कार्यकारिणी बैठक में मुझे बुलाया गया था वहां मुझसे जो कहा गया उसे मैने अपने मुख्यालय को अवगत करा दिया है। उससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कहूंगा। ’

प्रतीक रस्तोगी
मैनेजर आईडीबीआई बैंक

Updated : 17 March 2018 12:00 AM GMT
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