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कोई भी डाउनलोड कर सकता है आपका आधार डाटा

कोई भी डाउनलोड कर सकता है आपका आधार डाटा
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सामने आई एक और खामी

जालंधर| यदि आपने अपने आधार कार्ड की जानकारी किसी दुकान या कंपनी में दे रखी है तो सावधान हो जाएं। आधार कार्ड को लेकर अब नई खामी सामने आई है। जिसके कारण डाटा सुरक्षा, साइबर सुरक्षा और उपभोगकर्ता की जानकारी की निजता एक बार फिर चर्चा में है। न्यूयॉर्क की बिजनेस टेक्नोलॉजी वैबसाइट जेडडीनेट ने आधार डाटा बेस के लीक होने का खुलासा किया है। जेडडीनेट ने भारत के राष्ट्रीय डाटा बेस पर कई सवाल खड़े किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के एक साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ करन सैनी ने एक सरकारी यूटिलिटी कंपनी, जिसके पास आधार डाटाबेस का एक्सेस है, के सिस्टम में पाया कि यहां से सभी आधार कार्ड उपयोगकर्ताओं की निजी जानकारियों को डाउनलोड किया जा सकता है। इस बीच यूआईडीएआई ने जेडडीनेट के इस दावे को गलत बताते हुए कहा कि आधार के डाटाबेस में कोई सेंध नहीं लगी है। जेडडीनेट का दावा है कि यह कंपनी एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) के प्रयोग कर ग्राहक की स्थिति की जांच और उनकी पहचान का रिकॉर्ड रखती है। लेकिन एपीआई सुरक्षित न होने के कारण कोई भी व्यक्ति जो यह जानता हो कि आप क्या करते हैं। वो आपकी पूरी जानकारी जैसे नाम, कंज्यूमर नंबर और यहां तक कि बैंक खाते से जुड़ी पूरी जानकारी को डाउनलोड कर सकता है।

यूआईडीएआई का दावा, आधार सुरक्षित: हालांकि यूआईडीएआई ने हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय में आधार को पूरी तरह सुरक्षित बताया। यूआईडीएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजय भूषण पांडेय ने शीर्ष न्यायालय को बताया था कि आधार का सभी डाटा 2048 बिट एनक्रिप्शन के साथ सुरक्षित है। एक एनक्रिप्शन की को तोड़ने के लिए पूरे ब्रह्मांड की उम्र लग सकती है।

दूतावास से भी नहीं मिला जवाब
जेडडीनेट ने अपनी रिपोर्ट में खुलासा किया कि इस मामले को लेकर उसने भारतीय अधिकारियों से एक महीने से ज्यादा बार संपर्क किया लेकिन उसके ईमेल का कोई जवाब नहीं दिया गया। फिर उसने नयूय़ॉर्क में भारतीय दूतावास से संपर्क किया और उन्हें इसके बारे में जानकारी दी। उन्होंने इन सवालों का जवाब देने के लिए लगभग दो हफ्ते का समय लिया। रिपोर्ट छापने से पहले जेडडीनेट ने दूतावास को बताया कि हम यह रिपोर्ट छापने जा रहे हैं और हमें भारत सरकार की प्रतिक्रिया चाहिए। लेकिन दूतावास ने आखिरी ईमेल का भी कोई जवाब नहीं दिया।

Updated : 25 March 2018 12:00 AM GMT
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