मोसुल में मारे गए 39 मजदूरों के पार्थिव अवशेष लेने इराक जाएंगे विदेश राज्यमंत्री
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नई दिल्ली। विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह 1 अप्रैल को खाड़ी देश इराक जाएंगे। जहां से वे मोसुल में मारे गए 39 भारतीय मजदूरों के पार्थिव अवशेष लाएंगे। उन 39 भारतीय मजदूरों के पार्थिव अवशेष लाने के लिए भारत सरकार एक विशेष विमान भेज रही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में बजट सत्र के दौरान खुलासा किया था कि साढ़े तीन साल से इराक के मोसुल से लापता 39 भारतीय मजदूरों को आतंकी संगठन आईएसआईएस ने मार डाला है। स्वराज ने यह पुष्टि तब की, जब सरकार को उन मजदूरों को पार्थिव अवशेष मिल गए। वीके सिंह उन सभी मारे गए 39 भारतीय मजदूरों के पार्थिव अवशेष 2 अप्रैल को भारत ले जाएंगे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने संसद में एलान किया था कि खाड़ी देश इराक के मोसुल से लापता 39 भारतीयों के कंकाल मिल गए हैं। इसकी डीएनए जांच हो चुकी है। इसीलिए अब हम सभी 39 भारतीयों के पार्थिव शरीर को ससम्मान भारत लाएंगे। इसके लिए विदेश राज्यमंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वीके सिंह विशेष विमान लेकर इराक जाएंगे।
सुषमा स्वराज ने कहा कि हम उन सभी 39 भारतीयों में से हर के पार्थिव शरीर को ससम्मान ताबूत में उनके नाम, पासपोर्ट नंबर और डीएनए टेस्ट करनेवाली संस्था के सर्टिफिकेट के साथ भारत लाएंगे और उनके परिजनों को सौंपेंगे।
विदेश मंत्री ने बताया कि एक विशेष विमान से इन सभी 39 ताबूतों को इराक की राजधानी बगदाद से भारत लाया जाएगा। विमान पहले अमृतसर जाएगा, जहां 35 ताबूत उतारे जाएंगे, क्योंकि उन 39 भारतीयों में से 27 पंजाब के थे और 4 हिमाचल प्रदेश के। इसके बाद विमान पटना और कोलकाता जाएगा, जहां बिहार और पश्चिम बंगाल के निवासियों के पार्थिव परिजनों को सौंपे जाएंगे। जून, 2014 में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इराक के मोसुल शहर से 40 भारतीय कर्मचारियों को अगवा कर लिया था। इसमें से एक भारतीय कर्मचारी बचकर भाग निकला था। बाकी 39 भारतीयों के कंकाल मिले, जिनका डीएनए टेस्ट होने पर ये पुष्टि हुई कि सभी 39 भारतीय मारे गए हैं ।