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देश में रोजगार पैदा करे युवा शक्ति

देश में रोजगार पैदा करे युवा शक्ति
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देश में जिस प्रकार से जनसंख्या बढ़ रही है, उसी अनुपात में बेरोजगारी भी बढ़ती जा रही है। यह बात भी सही है कि देश में बढ़ती जनसंख्या का विस्फोट हमें बेरोजगारी की तरफ भी ले जा रहा है। यह बेरोजगारी केवल इन कारणों से ज्यादा बढ़ रही है, क्योंकि सभी लोग सरकारी नौकरी को ही पसंद कर रहे हैं। क्योंकि वर्तमान में प्राइवेट नौकरियों में बहुत ज्यादा परिश्रम करना होता है और देश का युवा परिश्रम से दूर भाग रहा है, इसलिए सभी लोग आरामदायक जिन्दगी जीने के लिए ही सरकारी नौकरियों की तलाश कर रहे हैं। यही वातावरण देश में बेरोजगारी का निर्माण कर रहा है। जब सभी लोग सरकारी नौकरियों की तरफ ही भागने लगेंगे तो फिर बेरोजगारी को समाप्त नहीं किया जा सकता है। अभी हाल ही में रेलवे में एक लाख रिक्त स्थानों की पूर्ति के लिए 2 करोड़ आवेदन जमा हुए हैं। इसी प्रकार हम यह भी देखते हैं कि चपरासी जैसे पदों के लिए भी बहुत ज्यादा पढ़े लिखे युवा आवेदन करते हैं, यहां तक कि पीएचडी किए हुए आवेदक भी इस पद के लिए मिल जाते हैं। रेलवे को प्राप्त आवेदनों के आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो इसमें से केवल एक प्रतिशत को ही रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। जो न के बराबर ही माने जाएंगे।

देश में बेरोजगारी फैलने के मात्र दो ही कारण माने जा रहे हैं, उनमें एक तो यही है कि युवा वर्ग केवल नौकरी को प्रधानता दे रहा है और दूसरा सबसे बड़ा कारण यह भी है कि लम्बे समय से भर्ती नहीं हुर्इं। हालांकि बेरोजगारी के निवारण के लिए सरकार का साफ कहना है कि युवा अपनी प्रतिभा का उपयोग केवल नौकरी की तलाश करने में ही न करें, बल्कि उन्हें निजी क्षेत्र में प्रतिभा दिखानी चाहिए। हम नौकरियों के पीछे नहीं भागें, बल्कि नौकरियों का निर्माण करें। इससे जहां एक ओर रोजगार के बेहतर अवसर भी प्राप्त होंगे, वहीं प्रतिभा का सदुपयोग भी होगा। देश का युवा जिस दिन भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेगा, उस दिन कोई ताकत नहीं कि उसे प्रगति करने से रोक सके। इससे देश भी प्रगति करेगा। वर्तमान में सरकारों की ओर से युवाओं के लिए कई प्रकार की ऐसी योजनाएं भी चलाई जा रही हैं जो उन्हें आगे बढ़ने में सहायक हो सकती हैं। हम यह भी जानते हैं कि सरकारी नौकरियों को पाने के लिए भले ही युवा सक्रिय रहें, लेकिन नौकरियां उतनी संख्या में कभी नहीं हो सकतीं, जितनी संख्या में बेरोजगार हैं। इसलिए यह सबसे जरुरी है कि युवा शक्ति को उद्यम की तरफ अपने कदम बढ़ाने होंगे। तभी बेरोजगारी दूर हो सकेगी।

Updated : 31 March 2018 12:00 AM GMT
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