पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने बीजेपी से लिया सन्यास
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पटना। बीजेपी से नाराज चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को पार्टी छोडऩे का ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने चार साल पहले चुनाव लडऩे से संन्यास लिया था, लेकिन आज दलगत राजनीति से संन्यास ले रहा हूं। आज के बाद किसी भी पार्टी से मेरा कोई रिश्ता नहीं होगा। मैं बीजेपी छोड़ रहा हूं और आगे भी किसी पार्टी में शामिल नहीं होऊंगा। बीजेपी से नाराज चल रहे पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा ने शनिवार को कहा कि लोकतंत्र खतरे में है। अभी जो स्थिति बन गई है इसमें सभी को एकजुट होने की जरूरत है। अगर हम आज एकजुट न हुए तो आने वाली पीढ़ी हमें इसके लिए माफ नहीं करेगी।
पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में राष्ट्र मंच के सम्मेलन को संबोधित करते हुए यशवंत ने कहा कि सरकार सही से काम करे इसके लिए मजबूत विपक्ष की जरूरत है। हमने दिल्ली में राष्ट्र मंच की स्थापना की थी। यह मंच कोई पार्टी नहीं है और न हम आगे चलकर कोई पार्टी बनाने वाले हैं। हमने एक मंच बनाया है जहां लोकतंत्र में आस्था रखने वाले सभी लोग एकजुट हो सके। आज हम सब यहां लोकतंत्र की रक्षा के लिए इकट्ठा हुए हैं। आपको बता दें कि यशवंत सिन्हा पिछले कुछ महीनों से मोदी सरकार पर तीखे हमले करते रहे हैं और कई मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरते रहे है।
सिन्हा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की राजनीति से काफी नाराज है। सिन्हा ने इसी साल 30 जनवरी को राष्ट्र मंच के नाम से एक नए संगठन की स्थापना की थी। तब उन्होंने कहा था कि यह संगठन गैर-राजनीतिक होगा और केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को उजागर करेगा। शनिवार को कई विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मीटिंग के बाद यशवंत सिन्हा ने यह फैसला लिया है।