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‘मेक इन इंडिया’ विजन के अंतर्गत घरेलू उद्योग को प्रोत्साहन देना प्राथमिकता

‘मेक इन इंडिया’ विजन के अंतर्गत घरेलू उद्योग को प्रोत्साहन देना प्राथमिकता
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ अभियान को सफल बनाने के लिए केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय भी पूरी शिद्दत के साथ जुटा है। इसके तहत मंत्रालय ने तय किया है कि कास्टिक सोडा के मामले में घरेलू निर्माताओं के साथ-साथ आयात के लिए संशोधित गुणवत्ता मानकों को अनिवार्य बनाया जाएगा।

केन्‍द्रीय रसायन और उर्वरक तथा संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने मंगलवार को इस आशय की घोषणा करते हुए कहा कि यह कदम प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया’ विजन के अंतर्गत घरेलू उद्योग को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है।

उन्होंने कहा कि संशोधित गुणवत्ता मानक भारतीय मानक ब्‍यूरो की विशिष्‍टताओं का अनुपालन करते हैं। इससे कास्टिक सोडा बनाने वाले उद्योग के लिए अधिक ऊर्जा सक्षम झिल्‍ली आधारित प्रौद्योगिकी का उपयोग करना आवश्‍यक हो जाएगा। यह प्रौद्योगिकी भारतीय मानक ब्‍यूरो की विशिष्‍टताओं का अनुपालन करने वाली होगी और इससे अच्‍छी श्रेणी का कास्टिक सोडा उत्‍पादन और आयात की अनुमति होगी। यह स्‍वास्‍थ्‍य और पर्यावरण के लिए लाभकारी होगा।

अनंत कुमार ने अल्‍कली मैन्‍यूफैक्‍चरर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया की बैठक को सम्‍बोधित करते हुए आश्‍वासन दिया कि भारत में अल्‍कली उद्योग के विकास के लिए सरकार स्‍वास्‍थ्‍य और पर्यावरण के अनुकूल आधारों पर समर्थन देती रहेगी।

Updated : 18 Oct 2017 12:00 AM GMT
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