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कमलाराजा में नहीं मिल पाया उपचार तो पहुंचे निजी अस्पताल

कमलाराजा में नहीं मिल पाया उपचार तो पहुंचे निजी अस्पताल
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-अब परेशान कर रहे हैं जूनियर चिकित्सक
ग्वालियर। जयारोग्य अस्पताल में उपचार के लिए आने वाले मरीजों की जहां परेशानी कम नहीं हो रही हैं वहीं अस्पताल में मरीजों के परिजनों को आए दिन चिकित्सकों के अभद्र व्यवहार और लापरवाह रवैये का सामना भी करना पड़ रहा है। इस कारण कई परिजन तो अपने मरीज को मजबूरन निजी अस्पताल में उपचार के लिए लेकर पहुंच जाते हैं, लेकिन उसके बाद भी चिकित्सक अपने व्यवहार में सुधारे लाने के लिए तैयार नहीं है। इसी के चलते एक पिता को इन दिनों अपने 11 वर्षीय बच्चे के उपचार की खातिर मजबूरन चिकित्सकों के अभद्र व्यवहार और लापरवाह रवैये का सामना करना पड़ रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार हुरावली निवासी मेवाराम के 11 वर्षीय बेटे निखिल को श्वांस लेने में परेशानी के साथ ही झटके आ रहे थे, जिसके उपचार के लिए वह विगत चार दिसम्बर को जयारोग्य अस्पताल पहुंचे और कमलाराजा अस्पताल के बाल एवं शिशु रोग विभाग में बेटे को भर्ती कराया। निखिल के पिता मेवाराम का कहना है कि उनके बेटे के उपचार में चिकित्सकों द्वारा लगातार लापरवाही बरती जा रही है। वार्ड में जूनियर चिकित्सक उनके साथ अभद्रता से बात करते हैं। स्वास्थ्य में सुधार न होने के कारण वह अपने बेटे को सात दिसम्बर को एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां एक दिन भर्ती रहने के बाद चिकित्सक ने उन्हें दुबारा कमलाराजा अस्पताल में भेज दिया। इस पर वह दुबारा अपने बेटे को कमलाराजा अस्पताल लेकर पहुंचे और पीआईसीयू में भर्ती करा दिया। मेवाराम का आरोप है कि चिकित्सक उनके बेटे के उपचार में लापरवाही बरत रहे हैं। इस कारण उनके बेटे की स्थिति बिगड़ती जा रही है। उन्होंने बताया कि जब वह किसी चिकित्सक से अपने बेटे के बारे में पूछते हैं तो चिकित्सक उनके साथ अभद्रता करते हुए बाहर जाने के लिए कह देते हैं। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉ. जे.एस. सिकरवार का कहना है कि अगर बच्चे के उपचार में कोई लापरवाही बरती जा रही है तो वह विभागध्यक्ष से बात करेंगे।

Updated : 11 Dec 2017 12:00 AM GMT
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