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शिमला में ओलावृष्टि से सेब की फसल बर्बाद

शिमला। हिमाचल में अंधड़ के साथ भारी ओलावृष्टि ने सेब बागवानों की मुसीबत बढ़ा दी है। शिमला के उपरी भागों में मंगलवार रात हुई ओलावृष्टि ने सेब को भारी क्षति पहुंचाई है।

ठियोग और जुब्बल कोटखाई में देर रात ओलावृष्टि ने जमकर कहर मचाया। ठियोग की कंदरू पंचायत, कोटखाई क्षेत्र की रतनाड़ी और बागी पंचायत में ओलावृष्टि से सेब की फसल तबाह हो गई है। ओलों ने सेब के पत्तों को बुरी तरह से फाड़ दिया है। फलों में भी ओले से गहरे जख्म बन गए हैं। ओलावृष्टि से बचने के लिए बागवानों द्वारा हजारों खर्च कर सेब बगीचों में लगाई गई हेलगनें भी ओलावृष्टि के कहर को नहीं रोक पाईं। बागवानों को ओलावृष्टि से काफी नुकसान हुआ है।
बागवानों के मुताबिक कई स्थानों पर ओलावृष्टि इतनी अधिक हुई है कि पौधे से फल सहित पत्ते भी टूट कर जमीन पर गिर गए हैं। अधिकांश स्थानों पर ओलावृष्टि से फल की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि से देर रात क्षेत्र के बगीचों में ओलों की सफेद चादर बिछ गई थी। रत्नाड़ी के बागवान प्रकाश नेगी, कोटखाई के विरेंद्र चैहान और ठियोग के बागवान सीताराम बर्मा ने बागवानी विभाग से नुकसान का आंकलन कर शीघ्र से शीघ्र मुआवजा दिया जाने की मांग की है।

उधर, बुधवार को भी प्रदेश के अनेक स्थानों मे बारिश हई, जिससे तापमान में गिरावट आने से मौसम सुहावना हो गया। बीते 24 घंटों के दौरान तीसा में 22.4, सलूणी में 18, कोटखाई में 12.1, जुब्बल और पालमपुर में 11, खेरी में 10, सराहन और केलंग में 9, कल्पा, मनाली व कांगडा में 7.2 मिलीमीटर बारिश हुई है। शिमला में आज अधिकतम तापमान 24.1, सुंदरनगर में 33.9, भुंतर में 32.3, कल्पा में 19.6, धर्मशाला में 30.8, उना में 36.4, नाहन में 31.5, सोलन में 27.4 और कांगड़ा में 33 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने अगले 2 दिन राज्य में मौसम खराब रहने की संभावना जताई है। इस दौरान निचले व मध्यम क्षेत्रों में बारिश और उंचे इलाकों में हिमपात की संभावना है।

Updated : 17 May 2017 12:00 AM GMT
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