शिकायत : कम्पनी को फायदा पहुंचाने को दिखाते है फर्जी कॉल
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एम्ब्यूलेंस सेवाकर्मी की शिकायत से उठे सबाल
झाँसी। जननी सुरक्षा योजना समेत आपातकालीन सेवाओं के लिये बनी 108 और 102 एम्व्यूलेंशों में फर्जी काल कर सरकार को अंधेरे में रखने की योजना का पर्दाफाश हुआ है। इसी आशय की शिकायत एक चालक ने उच्चाधिकारियों से की गयी है। जिसमें प्रदेश स्तर पर बडे पैमाने पर धांधली की बू आ रही है। जिसकी उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है।
शिकायतकर्ता की मानें तो उसपर दबाव डालकर रोजाना एक दर्जन से अधिक फर्जी काल दर्शाने का अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है। इस आशय की शिकायत मुख्य चिकित्साधिकारी समेत आला अफसरों से की गयी है। शिकायतकर्ता इएमटी 102 विवेक कुमार की मानें तो उसने अपने शिकायती पत्र में बताया कि वाहन 102 जो कि जननी सुरक्षा योजना सहित आपातकालीन सेवा के प्रयोग हेतु है जो कि लखनऊ की काल द्वारा संचालित होता है बिना लखनऊ के काल के कम्पनी के एक ईएमई द्वारा उसे अनैतिक दवाव बनाया जा रहा है कि वह प्रतिदिन 12 से 14 केस दर्शायें जिससे कम्पनी को लाभ हो इसके लिये पीडित तैयार नहीं हुआ जिससे उसपर दवाव बनाया जा रहा है।
मामले पर कार्यवाही की बात कही गयी है। बताया गया है कि इसी दबाव के चलेत विवेक कुमार मानसिक तनाव में रहने लगा जिससे उसकी तवियत विगड गयी और उसे अस्पताल में भर्ती भी कराना पडा चिकित्सकों के मुताविक मानसिक तनाव के कारण उसका ब्लड प्रेशर बढ गया है जिससे उसे भर्ती करना पडा। फिलहाल मामले में कुछ तो काला जरूर है इसीलिये बात सामने आई और जांच के बाद कार्यवाही भी जरूरी है।
मंत्री ने दिये यह आदेश
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह का आदेश है कि उत्तर प्रदेश 108 102 एंबुलेंस सेवा के सभी कर्मचारियों से अगर जीवीके ईएमआरआई यूपी प्राइवेट लिमिटेड जबरदस्ती नौकरी से निकालते हैं या जबरदस्ती 24 घंटे से ज्यादा ड्यूटी करवाते हैं तो 108 102 एंबुलेंस सेवा के कर्मचारी इसके लिखित शिकायत अपने जनपद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक जिलाधिकारी आदि से लिखित में कर सकते हैं इस पर तत्काल कार्रवाई होगी। अब देखना यह है कि कार्यवाही होती है या नहीं।