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जापानियों ने जानी सेंट एन्ड्रूज स्कूल की शैक्षिक गतिविधियां

जापानियों ने जानी सेंट एन्ड्रूज स्कूल की शैक्षिक गतिविधियां
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आगरा। जापान की बौंक्यो यूनिवर्सिटी के एचओडी प्रोफेसर कोर्यो हयाशी ने बारह सदस्यी शैक्षिक दल के साथ सेन्ट एन्ड्रूज स्कूल में शैक्षिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। जापानी सदस्य मंडल ने सर्वप्रथम विद्यालय की शैक्षिक गतिविधियों का गहन अध्ययन किया। उन्होंने कक्षाओं में भ्रमण किया एवं पठन-पाठन को परखा। विद्यालय की लाईब्रेरी, डीजिटल क्लासेस, आईटी लैब, साइंस् लेबोरेट्री एवं विशेष रूप से शूटिंग रेन्ज का अवलोकन किया।

कोर्यों हयाशी और विद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राम अवतार शर्मा एवं डॉ. गिरधर शर्मा ने सांस्कृतिक समारोह का उद्घाटन स्कूल के वातानुकूलित प्रेक्षागृह में सम्मिलित रूप से सरस्वती माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया। रंगा-रंग कार्यक्रमों की जोशीली प्रस्तुति विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने दी। जापानी डांस की प्रस्तुति इतनी जोशपूर्ण हुई की जापान से आए सभी छात्र-छात्राओं और प्रोफेसर स्वंय को मंच पर आने से न रोक पाए और खूब धूम-धड़ाके से नृत्य किया। सभी अतिथियों का भावपूर्ण स्वागत विद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. राम अवतार शर्मा ने किया और दोनों देशों के मधुर

सम्बन्धों पर प्रकाश डाला। प्रोफेसर कोर्यो हयाशी ने कहा कि ''भारत और जापान का रिश्ता बहुत पुराना और पक्का हैÓÓदोनों ही देश सच्चे मित्रों की तरह दुख सुख में सदैव सहभागी रहते हैं। शिक्षा, तकनीकी, पर्यावरण एवं विश्व शान्ति के क्षेत्र में जो कार्य हिन्दुस्तान कर रहा है जापान उसमें भरपूर सहयोग करता हैे। विद्यालय की ओर से डॉ. गिरधर शर्मा ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह प्रदान किये। जापान और भारतीय संस्कृति से सम्बन्धित प्रश्न मंच का भी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का रोचक संचालन श्रेया पाण्डे, मान्या और युगांश अहूजा ने किया।
कार्यक्रम की विशेषता भारत के विभिन्न प्रान्तों के प्रमुख व्यंजनों की स्टॉले रही जिसका जापानी दल ने रस्वादन किया एवं भारतीय व्यंजनों की भूरी-भूरी प्रशंसा की। इस अवसर पर एम.डी. दिव्या शर्मा, अंशू सिंह, राहुल पाराशर, शिवांजल शर्मा, सीमा धींगरा, आशीष दीक्षित विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में आलोक वैष्णव, विकास, रिषभ, कोमल, रीता, ईशा, नूतन, दीपा, मिशिका, अंजना, उदित आदि शिक्षकों का विशेष सहयोग रहा। धन्यवाद ज्ञापन रंजीत सिंह ओईस्का इन्टरनेशनल नोर्थ इण्डिया ने किया।

Updated : 5 Sep 2017 12:00 AM GMT
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