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संभागायुक्त ने मंगाई राजकमल टॉवर की फाइल

संभागायुक्त ने मंगाई राजकमल टॉवर की फाइल
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ग्वालियर,विशेष प्रतिनिधि| ओहदपुर के सर्वे क्रमांक 200 की वन एवं राजस्व भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई, इमारत राजकमल टॉवर का मामला संभागायुक्त बीएम शर्मा के पास पहुंचने पर उन्होंने पूरे मामले की फाइल तलब की है। साथ ही तत्कालीन अपर आयुक्त डी.डी. अग्रवाल द्वारा डायवर्सन को लेकर दिए आदेश को भी संज्ञान में ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि राजकमल टॉवर पिछले दो साल से विवादास्पद है, इसके संचालक कमल शर्र्मा द्वारा कुटरचित नक्शे एवं गलत दस्तावेजों से नगर निगम एवं टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग से ली गई मंजूरी निरस्त की जा चुकी है । इसके बाद उन्होंने एसडीएम एवं अपर कलेक्टर के डायवर्सन आदेश को अपर आयुक्त डी.डी. अग्रवाल से मिलकर अपने पक्ष में करा लिया। श्री अग्रवाल का एकतरफा आदेश भी विवादों में है, क्योंकि उन्होंने डायवर्सन राशि तो घटा ही दी, साथ ही बिल्डर को क्लीनचिट देने का काम भी किया, जो उनके अधिकार क्षेत्र से बाहर था। हालांकि एसडीएम झांसी रोड आर.के. पाण्डे ने उनका पक्ष सुने बिना एकतरफा आदेश पारित करने की बात कहकर पुनर्विचार का आवेदन लगाने का निर्णय लिया है।

गिरफ्तारी के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत
कमल शर्मा के खिलाफ विश्वविद्यालय थाने में 17 जून 2017 को दर्ज 420 के मुकदमे में उसकी गिरफ्तारी को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई गई है जिसका क्रमांक 5339538। इस मामले में जब थाना प्रभारी राजकुमार शर्मा से जानकारी चाही गई तो उनका जवाब था कि उनके थाने में 40 मामले चार सौ बीसी के पेंडिंग हैं, वे किस-किस का जवाब दें। इससे स्पष्ट है कि थाना प्रभारी के इस रवैये के कारण ही 7 महीने से कमल शर्मा खुलेआम शहर में घूम रहा है।
वे-आबरू होकर विदा हुए अपर आयुक्त
अपर आयुक्त डी.डी. अग्रवाल को मंगलवार को पदोन्नत होकर सचिव चिकित्सा शिक्षा बनने पर विदाई दी गई। लेकिन उनकी यह विदाई राजकमल टॉवर मामले में विवादास्पद निर्णय देने के कारण चर्चाओं में है। हालांकि उन्होंने सफाई देने की कोशिश की है कि उनका आदेश डायवर्सन को लेकर था, लेकिन वे इस बात का जवाब नहीं दे पाए कि बिना हस्ताक्षर का आदेश बिल्डर के पास से होकर वाट्सएप पर वायरल कैसे हुआ।
राजावत को किया अलग
अबतक राजकमल टॉवर में बिल्डर के रूप में उमेश राजावत काम देख रहे थे, लेकिन श्री शर्मा ने इनके साथ गड़बड़ी की और बंटी जादौन क ो बिल्डिंग का काम दे दिया। अब बिल्डिंग के बाहर जादौन के नाम का बोर्ड लगा है, जिसमें निर्मित हॉल बिक्री एवं किराए पर लेने के लिए संपर्क करने को कहा गया है।

इनका कहना है
ओहदपुर में राजकमल टॉवर मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर से समूचे मामले की फाइल समरी सहित मंगाई गई है। वहीं अपर आयुक्त द्वारा डायवर्सन का आदेश मेरे संज्ञान में है, कलेक्टर की ओर से अपील आने पर मैं उसपर सुनवाई करूंगा।

बी. एम. शर्मा, संभागायुक्त

Updated : 18 Jan 2018 12:00 AM GMT
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