फलों में हो रहा जानलेवा केमिकल का प्रयोग

फलों में हो रहा जानलेवा केमिकल का प्रयोग

पन्ना | कहते हैं कि फल स्वास्थ्यवर्धक होते हैं और प्रतिदिन फलों को खाने से बीमारियां दूर होती हैं लेकिन यही फल बीमारियों का कारण बन रहा है। फलों को पसंद करने वाले अब क्या करें खुद सोचे। पन्ना में यदि फलों की थोक दुकानों की ओर देखा जाये तो यहां का हर थोक दुकानदार औसतन हर दिन ही एक ट्रक फल उतरवाता है ऐसे में यदि वह पके फलों को दो तीन दिनों के लिये अपने गोदामों में रखवा देगा तो वह फल बिना बिके सड़ जाएगा। इसके लिये थोक दुकानदार कच्चे फलों को मंगवाते हैं और केमिकल के प्रयोग से इन फलों को पकाते हैं। हालांकि थोक दुकानदार जब कच्चे फलों को बेचते हैं तो वे फुटकर दुकानदारों को ही केमिकल की डिब्बी पकड़ा देते हैं ताकि वह इस काम से फुरसत रहे। फुटकर दुकानदार भी रात में इस केमिकल को बाल्टी में पानी के साथ एक ढक्कन मिलाकर फलों को खासतौर पर आम, अनानास और केलों को वह पानी में डुबाता है और निकालकर रख देता है और बढिय़ा कलर लेकर फल आ जाते हैं बाजारों में बिकने।
पन्ना में इन दिनों केलों की बिक्री बहुतायत में है ओर हर दिन एक ट्रक की खपत लगभग पन्ना में केलों की हो ही जाती हे। कुछ केला विक्रेता फुटकर दुकानदारों ने बताया कि पहले हम कार्बाइड से केला को पका लेते थे पर उस प्रक्रिया में दो तीन दिन लग जाता था पर अब इसमें रात भर में ही पक जाते हैं। एक दुकानदार ने बताया कि इस केमिकल से पकाने पर छिलके में पीलापन आ जाता है और बाहर से अंदर की ओर पकता है लेकिन कार्बाइड से पकाने में अंदर पहले पकता है और बाहर बाद में।
क्रीफोन नामक यह केमिकल आसानी से सब्जी बीज की दुकानों में उपलब्ध हो जाता है। इसमें इथेफोन टेक, प्रोपीलेन ग्लाईकोल, मिला होता है सामान्यत: यह दवा फलों के पौधों की वृद्घि के लिये दी जाती है इसका सीधा प्रयोग जानलेवा भी हो सकता है इसलिये इस दवा में साफतौर पर लिखा भी होता है कि दवा को न सूंघे व स्पर्श से बचे, दूषित त्वचा व कपड़े धो डालें और बच्चों की पहुंच से दूर रखें। सेव, आम, अनानास, टमाटर, ककड़ी, मंगफली और रबड़ की फसल की उपज बढ़ाने में प्रयोग होने वाली इस दवा को सीधे कटी सब्जियों एवं फलों में दूर रखने की सलाह भी इसी में लिखी गई है। परन्तु फलों को प्रयोग में करने वाले आम नागरिकों की जान से खिलवाड़ करने में कुछ फल विक्रेता लगे हुये हैं यूं तो कहते हैं कि सेवा और अनार प्राकृतिक तौर पर पकने के बाद ही बिकने आते हैं परन्तु गरीबों का फल कहा जाने वाला केला यदि इस खतरनाक रसायन युक्त होगा तो धीमे जहर युक्त इस फल का सेवन खतरनाक ही है।


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