चंद्रग्रहण का अद्भुत नजारा 28 को
सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की विशेष खगोलीय स्थिति 28 नवंबर को चंद्रग्रहण का अद्भुत नजारा दिखाएगी। इस साल के आखिरी ग्रहण के वक्त पूर्णिमा का चंद्रमा पूरा तो नजर आएगा, लेकिन उसकी तेज चमक कुछ देर के लिए खो जाएगी और यह धुंधला दिखाई देगा। उज्जैन की प्रतिष्ठित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्रप्रकाश गुप्त ने बताया कि भारतीय मानक समय (आईएसटी) के मुताबिक चंद्रग्रहण की शुरुआत 28 नवंबर की शाम 05:43
बजे होगी और यह रात 10:23 बजे समाप्त हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की दिलचस्प भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम चार घंटे चालीस मिनट तक चलेगा।करीब दो सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से कहा कि यह चंद्रग्रहण रात 08:03 बजे अपनी चरम स्थिति पर पहुंचेगा, जब चंद्रमा पृथ्वी की परछाई वाले हिस्से से होकर गुजरेगा।गुप्ता ने कहा कि पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे चंद्रमा के प्रकाश की तीव्रता इस वक्त कम हो जाएगी और इसमें हल्की-सी लालिमा भी दिखाई देगी। इस नजारे को नंगी आंखों से निहारा जा सकेगा।उन्होंने बताया कि यह आंशिक चंद्रग्रहण तब होता है, जब चंद्रमा पेनुम्ब्रा (ग्रहण के वक्त धरती की परछाई का हल्का भाग) से होकर गुजरता है। इस समय चंद्रमा पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी आंशिक रूप से कटी प्रतीत होती है और ग्रहण को चंद्रमा पर पड़ने वाली धुंधली परछाई के रूप में देखा जा सकता है।