फिन्स संस्था के तत्वाधान में हुआ अनूठा आयोजन, १४ राज्यों के युवाओं ने सीमा दर्शन किया

फिन्स संस्था के तत्वाधान में हुआ अनूठा आयोजन, १४ राज्यों के युवाओं ने सीमा दर्शन किया


जैसलमेर । थार के रूप में प्रसिद्ब राजस्थान के जैसलमेर शहर में १९ से २२ नवबंर तक एक अनूठा आयोजन किया गया। फिन्स (फोरम फॉर इंटिग्रेटिड नेशनल सिक्योरिटी) संस्था ने देश भर के युवाओं को सीमा दर्शन कराने हेतु सरहद को प्रणाम कार्यक्रम आयोजित किया। इसके तहत देश में सीमावर्ती जगहों पर युवाओं को ठहराया गया। इसी क्रम में जैसलमेर स्थित सीमांत ग्रामों में १४ राज्यों से आए २७२ युवाओं को भ्रमण कराया गया। इस दौरान युवाओं को सैनिकों से बातचीत करने का अवसर मिला। इसी के साथ सीमावर्ती ग्रामीणों की जीवनशैली को समझने का मौका मिला।कार्यक्रम की शुरूआत में १९ नवबंर को १४ राज्यों से आए चयनित २७२ युवाओं को आधार शिविर में ठहराया गया। यहां से अलग-अलग दल बनाकर स्थानीय कार्यकर्ताओं एवं सीमाजन कल्याण समिति के सदस्यों के सहयोग से युवाओं को सीमांत ग्रामों में पहुंचाया गया।

सीमावर्ती ग्रामों में किया रात्रि विश्राम

सीमा दर्शन को आए युवाओं को सीमावर्ती ग्रामों को देखने-समझने का अधिक समय मिले इसके चलते आयोजनकर्ताओं ने युवाओं को सीमांत ग्रामों में ही रात्रि विश्राम करवाया। इसके चलते युवाओं को सीमा निकट रह रहे ग्रामीणों की आर्थिक, भौगोलिक, सामाजिक स्थितियों को समझने का अवसर मिला।

सरहद की मिट्टी साथ ले गए

आयोजन के दौरान युवाओं को सीमावर्ती चौकियों पर ले जाया गया। यहां युवाओं ने सैनिकों से देश की मौजूदा स्थितियों पर चर्चा करते हुए उनके विचार रखें। सैनिकों ने युवाओं को युद्ब के समय होने वाली हलचल, गोलाबारी के दौरान आने वाली परेशानी, हमला करते समय रखी जाने वाली सावधानियों संबंधित कई महत्त्वपूर्ण जानकारियां दी। युवा चौकियों से वापस लौटते समय पवित्र सरहद की मिट्टी साथ ले गए। इस दौरान युवाओं ने देश की सीमाओं की रक्षा करने का संकल्प भी लिया।

मानव श्रृंखला बनाई

२२ नवबंर को युवाओं ने सीमावर्ती ग्रामों में मानव श्रृंखला बनाकर ग्रामीणों एवं सैनिकों को भरोसा दिलाया कि चाहे हम कही भी रहे किंतु विकट परिस्थिति में हम संगठन में शक्ति है के भाव को दर्शाते हुए आपके साथ रहेंगे। युवाओं ने ११ बजे सरहदी ग्रामों में लंबी मानव श्रृंखला बनाई। इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने भी युवाओं की हौसला अफजाई करते हुए भारतमाता की जय, देश का युवा जाग चुका है, अनेकता में एकता भारत की विशेषता आदि जयघोष लगाए।

मेहमान नवाजी ने दिल को छूआ

कार्यक्रम में भाग लेने आए अन्य राज्यों के युवाओं ने राजस्थानी मेहमान नवाजी की दिल खोलकर प्रशंसा की। युवाओं ने राजस्थानियों को शानदार व्यवस्था करने के लिए धन्यवाद दिया। ज्ञात हो कि सीमांत ग्रामवासियों ने देश-भर से आए युवाओं के लिए रात्रि विश्राम अपने घरों में कराया एवं इन सभी के लिए भोजन की व्यवस्था अपने स्तर पर की।

विशेष.....

फिन्स संस्था ने ऐसा आयोजन पहली बार किया, किंतु समुचित व्यवस्थाओं एवं समर्पित कार्यकर्ताओं की मेहनत के चलते कार्यक्रम उम्मीद से काफी बेहतर रहा। युवाओं को सीमा दर्शन कराने के कार्यक्रम की सूचना को गोपनीय रखा गया। यहां तक की मीडिया को भी इस चार दिवसीय कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी गई। २३ नवबंर को कार्यक्रम के समापन पर मीडिया को कार्यक्रम की सूचना दी गई।जैसलमेर में १३ राज्यों दिल्ली, गोवा, आंध्रप्रदेश मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तर बंगाल, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, उड़ीसा के युवाओं ने भाग लिया।जैसलमेर में तीन जगहों पर आधार शिविर बनाये गये। जो इस प्रकार थे। रामगढ, जैसलमेर और रामदेवरा।सीमा जन कल्याण समिति के 80 से अधिक कार्यकर्ताओं ने चार दिनों तक व्यवस्थाओं को संभाला।सीमांत गांव में तनोट बॉर्डर, सरकारी तला सीमा क्षेत्र, मिठडाव, सुल्ताना व बाहला, सुथार मंडी आदि जगहों पर युवाओं को ठहराया गया।22 नवम्बर को कसाब को फांसी मिलने की खबर सुनते ही युवाओं सहित स्थानीय ग्रामीणों में हर्ष की लहर दौड़ गई। 

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