उच्च न्यायालय ने दिल्ली गैंग रेप का लिया संज्ञान

नई दिल्ली | दिल्ली उच्च न्यायालय ने पैरा-मेडिकल छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म और उसकी गंभीर हालत पर बुधवार को संज्ञान लेते हुए पुलिस को फटकार लगाई। न्यायाधीशों ने कहा कि इस घटना से हम भी आहत हुए हैं। यही नहीं अदालत ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से दो दिन के अंदर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने को कहा है। अदालत ने यह टिप्पणी तब की, जब महिला वकीलों के एक समूह ने कहा कि रविवार की रात हुई वारदात के मामले में कार्रवाई जरूरी है और शीघ्र न्याय के लिए एक त्वरित अदालत गठित की जानी चाहिए। न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति विपिन सिंघवी की खंडपीठ ने कहा, ‘कुछ व्यक्तियों ने शर्मसार करने का प्रयास किया, वे सोचते हैं कि कानून एवं व्यवस्था के साथ वे खेल सकते हैं। हम बहुत आहत हैं। हम इस मामले के प्रति सचेत हैं। हमें एक दिन का मौका दीजिए, हम इस पर गौर करेंगे।’ खंडपीठ ने कहा, ‘क्या किया जाना है, इस पर हम पहले ही चर्चा कर चुके हैं। इस घटना ने हम सभी को आहत किया है। जो भी करने की जरूरत होगी, हम करेंगे। एक दिन इंतजार कीजिए। ’उल्लेखनीय है कि रविवार की रात चलती बस में पहले युवती से छेड़छाड़ की गई और उसके मित्र द्वारा विरोध करने पर आरोपियों ने दोनों के साथ मारपीट की और युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। बाद में दोनों को दक्षिणी दिल्ली के महिपालपुर के पास बस से फेंक दिया गया। युवती की हालत नाजुक है, उसे सफदरजंग अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया है।


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