दिल्ली बम धमाकों का संदिग्ध भी दिल्ली नगर निगम चुनाव मैदान में
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम के लिए होने जा रहे हो चुनाव में भी साढ़े तीन साल पहले हुई बटला हाउस मुठभेड़ चुनावी मुद्दा बन गई है। जामियानगर के एक वार्ड से तो दिल्ली धमाकों का संदिग्ध जियाउर्रहमान भी चुनावी मैदान में है। दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाके जामियानगर में दो वार्ड जाकिर नगर [205] और ओखला [206] हैं। यह इलाका कई बुनियादी सुविधाओं से महरूम होने के बाद भी यहां ज्यादातर उम्मीदवार सितंबर, 2008 की कथित फर्जी मुठभेड़ को प्रमुख मुद्दा बना रहे हैं।
जाकिर नगर से कुल 25 उम्मीदवार मैदान में हैं। यहा मौजूदा पार्षद शोएब दानिश फिर से काग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं तो दिल्ली धमाकों के आरोप में गिरफ्तार 26 साल के संदिग्ध युवक जियाउर्रहमान ने बतौर निर्दलीय उम्मीदवार पर्चा दाखिल किया है।
जियाउर्रहमान के प्रचार अभियान की कमान संभाल रहे अमानतुल्ला खान ने कहा कि हमने अदालत से इजाजत लेकर इस युवक को उम्मीदवार बनाया है। उसे आतंकवादी कहा जा रहा है, लेकिन उसे अभी अदालत ने दोषी नहीं बताया है। हम आज भी दिल्ली धमाकों के आरोप में पकड़े गए युवकों को निर्दोष मानते हैं। उसे हम इलाके के लोगों के सामने लाए हैं और उम्मीद है कि लोग इस युवक को जिताने का काम करेंगे।
दूसरी ओर मौजूदा पार्षद दानिश बटला मुठभेड़ को चुनावी मुद्दा नहीं मानते। उन्होंने कहा कि बटला मुठभेड़ के मुद्दे को उठाकर कुछ लोग निजी फायदा उठा रहे हैं। चुनावी मुद्दा बनाने से युवकों को इंसाफ नहीं मिलेगा। यहा मुद्दा विकास का है और इलाके के लोग इन लोगों के झांसे में नहीं आने वाले हैं।
जाकिर नगर वार्ड से योग गुरु बाबा रामदेव पर काली स्याही फेंकने वाले कामरान सिद्दीकी भी चुनाव लड़ रहे हैं। पिछली बार भी इस शख्स ने किस्मत आजमाई थी, लेकिन उन्हें महज 288 मतों से संतोष करना पड़ा था।
जामिया नगर के दूसरे वार्ड ओखला [206] में भी बटला मुठभेड़ और मुस्लिम युवकों की कथित तौर पर गलत गिरफ्तारियों का मुद्दा हावी दिखाई पड़ता है। ज्यादातर उम्मीदवार पंफलेट और होर्डिग के जरिए जिन मुद्दों को लोगों के सामने रख रहे हैं, उनमें विकास का मुद्दा काफी नीचे दिखाई दे रहा है।
ओखला के महिला सीट हो जाने से इस बार काग्रेस के मौजूदा पार्षद मोहम्मद जमालुद्दीन की पत्नी सबीना जमाल पार्टी की उम्मीदवार हैं। भाजपा की ओर से बबल सेठी और कई निर्दलीय उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं।