रिजर्व बैंक के कदम से बाजार में गिरावट

रिजर्व बैंक के कदम से बाजार में गिरावट

देश की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजारों में जान फूंकने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणाओं का पिटारा खोल दिया हैं. दे$img_titleश की घटती आर्थिक विकास दर और घरेलू अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए ये ऐलान किए गये हैं. इसके तहत इंफ्रास्ट्रकचर के क्षेत्र में एफआईआई के लिए लॉक-इन पीरियड कम कर दिया गया है. साथ ही सरकारी प्रतिभूतियों में विदेशी संस्थागत निवेशकों की निवेश सीमा 5 अरब डालर बढ़ाकर 20 अरब डालर की गई और विदेशी वाणिज्यिक कर्ज 'ईसीबी' की सीमा को 10 अरब डॉलर कर दिया गया है. रिजर्व बैंक ने कहा कि सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश के लिए अनिवासी निवेशकों का आकार बढ़ाने के लिए सॉवरेन वेल्थ फंड, मल्टीलैटरल एजेंसी, एंडोमेंट फंड, इंश्योरेंस फंड, पेंशन फंड और विदेशी केंद्रीय बैंकों जैसे लम्बी अवधि निवेशकों को भी सेबी में पंजीकृत होने की अनुमति देने का फैसला किया गया है. रिजर्व बैंक की घोषणा के बाद शेयर बाजार में गिरावट हो रही है.साथ ही रुपए की हालत में भी सुधार नहीं देखा जा रहा है.

Next Story