जनमानस
एफ.डी.आई देश को गुलाम बनाने की पहल
ईस्ट इण्डिया कम्पनी ने देश को सौ साल तक गुलाम बना कर देश का आर्थिक शोषण किया था, आज हमारे देश की केन्द्रीय सरकार पुन: बहुराष्ट्रीय कम्पनियों को 51 प्रतिशत निवेश के लिए खुला आमंत्रण देकर देश को एक बार फिर से आर्थिक गुलामी की खाई में धकेलने जा रही है। इससे छोटे व्यापारी जो खुरदरा व्यापार करते है। बेरोजगार बेकार हो जाएंगे, बहुराष्ट्रीय कम्पनियां कच्चा माल सस्ते दामों पर खरीद कर उच्च दामों पर बेचकर मुनाफा कमाएंगे और हम कुछ नहीं कर सकेंगे केन्द्र सरकार भारत जैसे कृषि प्रधान देश में माल मार्ट संस्कृति को स्थापित करना चाहता है। देश के जल, जंगल, जमीन को बेचने पर आमादा सरकार पहले ही आदिवासियों के पुरातन निवास क्षेत्रों से बेदखल करने की कोशिश कर चुकी है। जल, जंगल, जमीन, आम आदमी का प्राकृतिक हक है। एफ.डी.आई. देश को आर्थिक रूप से गुलाम बनाकर हमारा शोषण की पहल है। इसका देश की जनता द्वारा विरोध होना चाहिए।
कुवर वी.एस. विद्रोही, ग्वालियर