जनमानस
तुलसी की अनुकरणीय पहल
अमेरिकी संसद की पहली हिन्दू सांसद तुलसी गबाई ने पवित्र धार्मिक ग्रंथ भगवद् गीता से शपथ ली। यह हमारे लिए हिन्दुस्तान के लिए गर्व का विषय है। अपना कार्यकाल शुरू करने वाली तुलसी ने यह बता दिया कि भारत का धर्म दर्शन शुभ है और इससे चरित्र निर्माण को बढ़ावा मिलता है, इसमें सकारात्मकता की ऊर्जा फैलती है। जीवन के दुख व सुख में गीता ऐसा ग्रंथ है, जिससे शांति व शक्ति दोनों ही मिलती है, यह बात युवाओं को प्रेरक है। जो धर्म से दूर जा रहे हैं और अपनी संस्कृति के प्रति जागरुक नहीं होते जो सभ्यता के विस्तार पर भरोसा नहीं करते, ऐसे युवाओं को यह देखना चाहिए कि दूर देश यानी सात सामंदर पार जब अमेरिका मेें भारतीय सभ्यता व संस्कृति का बोलबाला है, तो इसमें कुछ ना कुछ सच्चाई है, जिसे नौजवानों को आत्मसात करना ही होगा, तभी बुरी बात व आचरण में सुधार संभव है।
हरिहरिसिंह चौहान, इन्दौर
पीडि़ता के प्रति अनर्गल प्रलाप न करें
दिल्ली में छात्रा के साथ हुए हादसे पर कृषि वैज्ञानिक एवं लायन्स क्लब की अध्यक्षा का बेतुका तर्क 'समर्पण क्यों नहीं कर दिया समझ से परे है। उनके ऐसे विचार हमारी आस्मिता तथा भारतीय संस्कृति का मखौल करते हुए नजर आ रहे हैं। यह सही है कि बालिकाओं एवं महिलाओं को रात्रि के समय अथवा अकेले निकलना मानसिक विक्षिप्तता में लिप्त व्यक्ति को आमंत्रण देना है लेकिन फिर भी किसी जिम्मेदार पद पर आसीन महिला के द्वारा ऐसी अभिव्यक्ति करना उनकी तुष्छ मानसिकता का प्रतीक है। मेरी अपेक्षा है कि वर्तमान में फैले हुए अनैतिक आचरण विद्रूपताओं को विनष्ट करने के लिए शासन और समाज मिलकर कोई कारगर कदम उठाएं हमारे युवा वर्ग ने अपना आक्रोश व्यक्त कर एक न्यायिक संदेश प्रस्तुत किया है। अब हम सबको मिलकर मानव समाज के मन मस्तिष्क के प्रक्षालन हेतु कोई उचित आवश्यक पहल करें, ताकि नारी जाति का सम्मान बरकरार बना रहे।
सत्या शुक्ला, ग्वालियर