जनमानस
धन्यवाद! चुनाव आयोग
चुनाव आयोग को धन्यवाद देना चाहता हूं। इस बार राजनैतिक पार्टियों पर नकेल कसने में कामयाब रहा है। चुनावी शोर-शराबा शान्त है। प्रत्याशी जनता के दरबार में पग-पग घूम रहे हैं। चुनावी खर्च में भारी कटौती करके निश्चित ही फिजूल खर्चे पर रोक लगा दी गई है।
आम आदमी को काफी शान्ति दी है। अन्यथा सुबह उठकर देखने पर द्वार पर किसी प्रत्याशी के प्रचार से काला पीला कर दिया गया है। नेताजी है। आम आदमी मुंह खोलकर कह भी नहीं सकता था मान न मान मैं तैरा मेहमान चाहे जिसके घरों की छतों पर चढ़कर नेताजी टंगवा देते थे। अच्छा है। चुनावी खर्च कम होने से आम आदमी भी चुनाव लडऩे की हिम्मत जुटा सकता है। और मशीन में नोटा का बटन लगवा कर भी अच्छा हुआ किसी को भी नहीं चाहते तो उसे दवा कर अपनी मंशा बता सकता है।
कुॅवर वीरेन्द्र सिंह विद्रोही, ग्वालियर