पाठ्यक्रम में शामिल होगी महात्मा फुले की जीवनी
ग्वालियर | मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की है कि समाज के पिछड़े वर्ग व महिलाओं में शिक्षा के प्रति पहली बार अलख जगाने वाले महात्मा ज्योतिवा फुले एवं उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले की जीवनी को पांचवीं से आठवीं कक्षा तक किसी न किसी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। ऐसे महान व्यक्तित्व की प्रतिमा शहर में शीघ्र लगाई जाएगी। वर्ष में एक बार महात्मा फुले एवं उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले की याद में सामाजिक क्षेत्र में अच्छे काम करने वालों को दो-दो लाख राशि के पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री गुरूवार को ग्वालियर के फूलबाग मैदान में आयोजित महात्मा ज्योतिवा फुले के जयंती समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि 187 वर्ष पूर्व जन्मे महात्मा फुले ने डेढ़ सौ वर्ष पूर्व समाज में शिक्षा का अलख जगाया। उन्होंने समाज में बेटियों को शिक्षित करने के उद्देश्य से सबसे पहले अपनी पत्नी को स्वयं शिक्षित किया। इसके बाद उनकी पत्नी सावित्री बाई फुले ने बेटियों को शिक्षित किया। ऐसे महान महापुरूषों से हमें प्रेरणा लेना चाहिए। मुख्यमंत्री ने युवाओं के लिए मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना और मुख्यमंत्री शिक्षा ऋण गारंटी योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि सरकार प्रदेश में छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग दिलाने पर विचार कर रही है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पहचान पत्र के कारण आरक्षक भर्ती परीक्षा से वंचित रह गए छात्रों से बिना फीस लिए उन्हें भविष्य में होने वाली परीक्षा में शामिल किया जाएगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकारें और मुख्यमंत्री तो आते-जाते रहते हैं मगर शिवराज सिंह चौहान जैसे मुख्यमंत्री मिलना सौभाग्य की बात है। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे अखिल भारतीय कुशवाह महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रदेश के गृह, परिवहन एवं जेल राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह ने कहा कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस,सेवादल एवं अन्य राजनैतिक दलों व गैर राजनैतिक दलों से जुड़े कुशवाह समाज के प्रतिनिधि भी सहर्ष आए हैं। कार्यक्रम को क्षेत्रीय सांसद यशोधरा राजे सिंधिया, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री महेन्द्र हार्डिया, भाजयुमो के प्रदेशाध्यक्ष अमरदीप मौर्य ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। स्वागत भाषण कुशवाह समाज के जिलाध्यक्ष राज बहादुर कुशवाह ने दिया। कार्यक्रम का संचालन भारत सिंह कुशवाह ने किया। अंत में सभी अतिथियों को शॉल-श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया।