चौथी तिमाही के परिणाम पर रहेगी निवेशकों की नजर
मुंबई | शेयर बाज़ार निवेशकों की नज़र फिलहाल अगले सप्ताह चौथी तिमाही के कम्पनी परिणामों पर टीकी है। अगले कुछ महीनों में बड़े पैमाने पर शेयरों की आपूर्ति को देखते हुए बाजार में तेजी की संभावना नहीं की जा सकती है। कारोबारी साल 2012-13 की चौथी तिमाही के परिणाम आने शुरू हो गए हैं। सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कम्पनी इंफोसिस शुक्रवार 12 अप्रैल को जनवरी 2013-मार्च 2013 के परिणाम की घोषणा करेगी। निवेशक थोड़ा रुककर अपनी पसंद की कम्पनियों के परिणामों का इंतजार कर सकते हैं और कम्पनी के नफा-नुकसान को देखते हुए निवेश का फैसला ले सकते हैं। बाजार में शेयरों की आने वाली बाढ़ के कारण अगले कुछ महीने में आम तौर पर शेयरों के भाव में तेजी की उम्मीद नहीं की जा सकती है।
शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के निर्देश के मुताबिक निजी क्षेत्र की सूचीबद्ध कम्पनियों को जून तक और सार्वजनिक क्षेत्रों की कम्पनियों को अगस्त तक एक निश्चित सीमा में शेयर आम निवेशकों के हवाले करने हैं। इस प्रक्रिया के दौरान बाजार में शेयरों की बाढ़ आ सकती है। सरकारी और निजी कम्पनियों में सरकारी हिस्सेदारी के विनिवेश के 2013-14 के लक्ष्य के कारण भी बाजार में शेयरों की आपूर्ति बढ़ेगी।
विदित है कि सरकार ने मौजूदा कारोबारी साल में सरकारी कम्पनियों के विनिवेश से 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य तय किया है। इसके अतिरिक्त ही निजी कम्पनियों में सरकार की हिस्सेदारी के विनिवेश से भी 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का भी लक्ष्य रखा गया है। सरकार 18 अप्रैल, 2013 को विदेशी व्यापार नीति 2009-14 के लिए सलाना पूरक रिपोर्ट जारी करेगी। इसलिए निवेशकों की नजर में निर्यात से जुड़ी कम्पनियों के शेयर भी रह सकते हैं।
सरकार अप्रैल महीने की 12 तारीख को फरवरी 2013 के लिए औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी करेगी। औद्योगिक उत्पादन जनवरी 2013 में 2.4 प्रतिशत की वृद्धि थी, जिसमें दिसम्बर 2012 में 0.5 फीसदी गिरावट रही थी। सरकार 12 अप्रैल को ही मार्च 2013 के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आंकड़े भी जारी करेगी। उपभोक्ता महंगाई दर फरवरी में 10.91 फीसदी थी, जो जनवरी में 10.79 फीसदी थी। सरकार 15 अप्रैल को थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मार्च 2013 की महंगाई दर के आंकड़े जारी करेगी।